गतिविधि 2: व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों को समझना
हमारी प्रतिदिन की दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की क्या भूमिका है? क्या यह अधिगम में सहायक हैं? शिक्षक व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों को बढ़ाने में भूमिका निभाते हैं?
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व्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
Deleteजब बच्चा स्कूल में आता है तो वह समाज से बहुत कुछ सीख कर आता है उसी को अध्यापक द्वारा आगे बढ़ाया जाता है बच्चे को सही को सही और गलत को गलत का ज्ञान करवाया जाता है
Deleteपहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है ।
DeleteEvery child has his own ability and qualities. Teacher must recognised these and encourage to improve.
DeleteRight sir
Deleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
Deleteपहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है
DeleteEvery child is perfect only we hVe to polish them in study and imrove their abilities behaviour.
DeleteEvery child is perfect only we hVe to polish them in study and imrove their abilities behaviour.
DeleteEvery child is perfect only we haVe to polish them in study and improve their abilities behaviour.
Deleteआज अध्यापक के नकल करता है और उसी को देख कर कार्य करता है इसलिए अध्यापक में व्यक्तिगत और सामाजिक गुण अच्छे होने चाहिए
Deleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
DeleteHer bachhe me vyaktigat aur samajik goon hone bahut jarori h .ye sabhi goon usko apne pehle parivesh uske ghar se milte h or usko nikharne ka kaam shikshak karta h.
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश से सीखता है। अध्यापक उनके गुणों को चिरस्थायी कर अच्छे नागरिक होने का अहसास करवाता है।
DeleteRight sir
DeleteUpbringing matters a lot for each and every student. So teachers should pay much attention to upbringing of students.
ReplyDeleteSchool phli samajik sanstha h jhan bacche apne samajik or vayktigat goono ka vikash kr skte h
DeleteWhenever a student is not social he won't be good learner or can't be good citizen in the world so we should support every child for his bright future....
DeleteSchool baccho k liye phli samajik sanstha hoti h jhan bacche apne vyaktigat or samajik goono ka vikash kr skte h
ReplyDeleteशिक्षक बच्चों व समाज के लिए आदर्श होता है तथा स्कूल में हम बच्चे के व्यक्तिगत सामाजिक गुणों को विकसित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
ReplyDeleteठीक
Deleteशिक्षक व्यक्तिगत व सामाजिक गुणों का विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ReplyDeleteevery students have social, intellectual skills and teachers work is to give right way to them.
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का विकास करने में सहायक होता है
ReplyDeleteस्कूल आने से पहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है तथा उसके सामाजिक गुणों को निखारना है ।
ReplyDeleteबच्चे अपने शिक्षक के व्यक्तिगत एवं सामाजिक गुणों से सीखते है
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।बच्चे अपने परिवेश से निरंतर सीखते रहते हैं। अध्यापक व अभिभावक उनके मार्ग दर्शक होते हैं।
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का विकास करने में सहायक होता है
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश के साथ-साथ अपने शिक्षक के व्यक्तिगत व सामाजिक गुणों को भी अपनाता है
ReplyDeleteबच्चा जब विद्यालय में पहुंचता है तो उससे पहले वह अपने परिवार व समाज से बहुत कुछ सीखता है, उसका उसकी पढ़ाई पर उसके जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता हैl प्रत्येक बच्चा अपने संपूर्ण ज्ञान में से एक चौथाई अपने परिवार से , एक चौथाई समाज व अपने मित्रों से, एक चौथाई गुरु से तथा एक चौथाई खुद के अध्ययन से सीखता है l
ReplyDeleteबहुत बढ़िया सर
Deleteजब बच्चा स्कूल में आता है तो वह समाज से बहुत कुछ सीख कर आता है उसी को अध्यापक द्वारा आगे बढ़ाया जाता है बच्चे को सही को सही और गलत को गलत का ज्ञान करवाया जाता है
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश के साथ-साथ अपने शिक्षक के व्यक्तिगत व सामाजिक गुणों को भी अपनाता है। बच्चे के विकास में परिवार और उसके आसपास रहने वाले लोगों का भी बहुत प्रभाव पड़ता है।
ReplyDeleteसही
Deleteबच्चे की पहली पाठशाला उसका पारिवारिक परिवेश होता है और स्कूल आने से पहले सामाजिक टूर पर काफी कुछ सीख चुका होता है, एक शिक्षक उसके आंतरिक गुणों को पहचान कर उसके सतत विकास को गति प्रदान करता है
ReplyDeleteबच्चे जो कुछ सीखते है वो अपने आस पास के परिवेश से ही सीखते है इसलिए जिस तरह का व्यतिगत और सामाजिक गुणों का विकास करना चाहते है तो उसी प्रकार का वातावरण उन्हें प्रदान करके उनमें उचित गुणों का विकास किया जा सकता है
ReplyDeleteबच्चे अपने शिक्षक के व्यक्तिगत एवं सामाजिक गुणों से सीखते है
ReplyDeleteFor a teacher social - personal qualities are the key qualities which help him/ her grow personally and professionally as well. A teacher must keep on developing these.
ReplyDeleteहमारी प्रतिदिन की दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की अहम भूमिका है और ये गुण अधिगम में बहुत सहायक होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के इन गुणों को जानकर उन्हें आगे बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है तथा उसके ज्ञान में वृद्धि होती है
ReplyDeleteशिक्षक बच्चों में सामाजिक गुणों को विकसित करने में सहायता करता है।
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश से सीखता है। अध्यापक उनके गुणों को चिरस्थायी कर अच्छे नागरिक होने का अहसास करवाता है।
ReplyDeleteEvery students have social, intellectual skills and teachers works is to give right way to them.
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
ReplyDeleteठीक
DeleteHmare dincharya main vayaktigat samajik guno ki bhut bhoomika hai kyoon ki ja bhi hm samaje main karenge vaisa hi loft hmare baare mein sochenge is liye agar ham achhe gun magnate hain to hamare aas pass ke log bhi hmse kuchh sikhenge bche bhi kuchh sikhenge
ReplyDeleteEk Adhyapak bacchon ke Samajik Aur vyaktigat ghuno Ko nikhrne Mein Aham Bhumika Nibhata hai bacche School Aane Se Pahle Samajik aur vyakti gat gunon ko Sikh kar Aata Hai lekin unmen Kuchh acche aur kuchh bure gun bhi hote hain Adhyapak ka kartvya hain ki vah bacchon mein acche gunon ko nikhare . pahle Hamari Ek Naitik Shiksha ki book aarti thi jo Sarkar dwara bacchon ke syllabus Mein Lagai jaati thi aur usse bacchon ko vyaktigat aur Samajik donon hi guno ka bahut acche se ghyan ho jata tha Sabhi Adhyapak bacchon ki vyaktigat aur Samajik gunon ko nikharne Mein Apni bahut mahatvpurn Bhumika nibhate Hain
ReplyDeleteबिलकुल सही , शिक्षक, विद्यालय और विद्यार्थी दोनों समाज का ही एक भाग है | अत : व्यक्तिगत सामजिक गुण हर अवस्था में अधिगम को प्रभवित करते हैं |
ReplyDeleteबच्चा अपने आसपास के वातावरण से बहुत कुछ सीखता है.. स्कूल में आने से पहले ही वह बहुत कुछ सीख चुका होता है एक अध्यापक उसके उसी सीखे हुए गुण को आगे बढ़ाने का प्रयास करता है एक अध्यापक का यह कर्तव्य बनता है कि वह बच्चे के अवगुणों को दूर करें और उसमें गुणों का विकास करें
ReplyDeleteस्कूल आने से पहले ही एक स्कूल बच्चे का उसका परिवेश ही है।हमने तो सिर्फ उसके अंदर छिपी हुई प्रतिभा का निखार ही करना है।
ReplyDeleteChild know many things from school
ReplyDeleteहमारी व्यक्तिगत दिनचर्या में सामाजिक गुणों का महत्वपूर्ण योगदान है। हर बच्चा अपने आसपास के वातावरण से बहुत कुछ सीखता है। शिक्षक इन परंपराओं को अनुसरण करने का अभ्यास करवाता है।
ReplyDeleteसामाजिक गुण हमे आपस में जोड़कर रखते हैं।बच्चों में समानता के भाव एक अध्यापक ही भर सकता है।
ReplyDeleteThe students learn from there environment. Teacher is helping him to develop his personnel an social skill.
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteबच्चे जो कुछ सीखते है वो अपने आस पास के परिवेश से ही सीखते है इसलिए जिस तरह का व्यतिगत और सामाजिक गुणों का विकास करना चाहते है तो उसी प्रकार का वातावरण उन्हें प्रदान करके उनमें उचित गुणों का विकास किया जा सकता है
ReplyDeleteThe students learn from the environment. Teachers play important role in the development of a student
ReplyDeleteBacha jab vidhalaya mai aata h usse pahale wo apne aas pass kai environment mai sikh kar aata hai or uske pahale teacher uske maa hote hai vidhalaya mai usko use traha ka environment diya jana chaiye
ReplyDeleteअसल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
ReplyDeleteहमारी दैनिक दिनचर्या में व्यक्तिगत और सामाजिक गुण अधिगम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि परिवार के बाद समाज व्यक्ति के सीखने की दूसरी सीढ़ी है।
ReplyDeleteशिक्षक बच्चों व समाज के लिए आदर्श होता है तथा स्कूल में हम बच्चे के व्यक्तिगत सामाजिक गुणों को विकसित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
ReplyDeleteGood habits and and good socity effects children's. If they live in well nature they learn good morality and if they live bed society they learn bed things.
ReplyDeletePersonal social characteristics is very much needed for all around development of a child.It describe their cultural values and how children associate with their peers.A teacher can understand child psychology from their on and help in all around development of a child.
ReplyDeleteFamily is the first school of every child and school is second where teachers develop their personality
ReplyDeleteकोई भी व्यक्ति अपने व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों से इतर व्यवहार नहीं कर सकता। उसका यही गुण परिवार और समाज के वातावरण को सकारात्मक या नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
ReplyDeleteसकारात्मक गुण वाले समाज में पलने वाले बच्चों की अधिगम छमता नकारात्मकता से भरे समाज में पलने वाले बच्चों से अधिक होगी।
अध्यापक अपने व्यक्तित्व और प्रयासों/उदाहरणों से समाज में व्यक्तिगत समाजिक गुणों को बढ़ा सकता है।
व्यक्तिगत सामाजिक गुण ही हर व्यक्ति की पहचान होते हैं एक अध्यापक के अच्छे व्यक्तिगत सामाजिक गुण विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बनते हैं।
ReplyDeleteUpbringing matters a lot for each and every student. So teachers should pay much attention to upbringing of students.
ReplyDeleteजब बच्चा स्कूल में जाता है तब तो पहले से ही बहुत कुछ सीख कर जाता है अध्यापक का काम बस उसे आगे बढ़ाने का होता है।
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteबच्चे की पहली पाठशाला पारिवारिक एवम् सामाजिक वातावरण है,शिक्षक के व्यक्तिगत और सामाजिक गुण भी बच्चे के प्रेरणा स्रोत बनते हैं।
ReplyDeleteसीखना और सिखाना l ज्ञान का आदान प्रदान l
ReplyDeleteहमारी व्यक्तिगत दिनचर्या में सामाजिक गुणों का महत्वपूर्ण योगदान है। हर बच्चा अपने आसपास के वातावरण से बहुत कुछ सीखता है। शिक्षक इन परंपराओं को अनुसरण करने का अभ्यास करवाता है।
ReplyDeleteप्रत्येक बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर के व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है।
ReplyDeleteशिक्षक बच्चे में अच्छे गुणों को प्रसार करके एक अच्छा नागरिक बनाने में सहायता करता है l
ReplyDeleteशिक्षक बच्चों व समाज के लिए आदर्श होता है तथा स्कूल में हम बच्चे के व्यक्तिगत सामाजिक गुणों को विकसित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चा जब विद्यालय में पहुंचता है तो उससे पहले वह अपने परिवार व समाज से बहुत कुछ सीखता
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का विकास करने में सहायक होता है
बच्चें को ग्रुपों में गतिविधि साझा करने को प्रेरित करना , सभा मे प्रतिनिधित्व प्रदान करना व आत्मबल बढ़ाना ।
ReplyDeletePersonal Social Quality of a Child should be identified and developed by his teacher
ReplyDeletei think that teacher plays an important role in a student's life not only social but individual also because teacher is an ideal for students to help them on a way of success in their life
ReplyDeleteSikhne ka pehla parivesh uska parivar
ReplyDeleteFir samajik gatividhiya
Bacche ko school me aane se pehle bacche ko samajik parivesh ka kuch gyaan ho jata h
Adhyapak samajik parivesh ki smjh or gyaan ka vistarit rup baccho ko smjha kr gyaan vridhi krne me sahayk sidh hote h...
हर बच्चा स्कूल में दाखिला लेने से पहले ही अपने परिवार , आसपास के परवेश बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढाना है।
ReplyDeleteएक अध्यापक सामाजिक रुप से बच्चों का विकास तभी कर सकता है जब वह भी एक सामाजिक प्राणी हो! समाज में त्योहारों की महत्वता उनके पीछे छिपे विशेष गुण, पूर्वजों द्वारा बताए गए पथ प्रदर्शन यदि बच्चे के समक्ष रखे जाएं जो बच्चा नए समाज में पुराने समाज की व्यवस्थाओं को लाकर समाज का कल्याण कर सकता है! अध्यापक यदि खुद चरित्र से परिपूर्ण है तो वह अपने ग्रंथों में उन व्यक्तियों की भी चर्चा कर सकता है जो चरित्र के माध्यम से मेहनत करते हुए हुए आगे बढ़े और समाज को उन्नति की ओर ले गए!
ReplyDeleteEvery child has special intellectual skills and social skills and teacher has a special role in the life of students
ReplyDeleteYes, they play a major role in shaping the personality of an individual.
ReplyDeleteTeachers play a pivotal role in building up those qualities as a stepping stone.
Right sir
ReplyDelete
ReplyDeleteसामाजिक व व्यक्तिगत गुण बच्चों के सीखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वास्तविक रूप में स्कूल पहुंचने से पहले बच्चा अपने घर व आस-पास के परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का कार्य बच्चे की उस समझ को आगे बढ़ाना है ताकि वह अपने रूचि गत क्षेत्र में आगे बढ़ सके।
Jo bhi bacha school se bhar sikhta hai sahi ya galt usi ko teacher sahi roop deke uske vaktitav ko nikharna
DeleteI think that teacher plays an important role in a student's life not only social but individual also because teacher is an ideal for students to help them on a way of success in their life.
ReplyDeleteबच्चा जब विद्यालय में पहुंचता है तो उससे पहले वह अपने परिवार व समाज से बहुत कुछ सीखता
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का विकास करने में सहायक होता है
व्यक्तिगत- सामाजिक गुणों की प्रत्येक व्यक्ति और बच्चों के लिए अहम भूमिका होती है।सबसे पहले बच्चा अपने परिवार से सीखता है। शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों को निखारने के काम करता है।
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश से व्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखता है और अध्यापक उसे एक अच्छा नागरिक बनाने में सहयोग करता है।
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और उपयोगी है
ReplyDelete, v vyaktigat samajik gun b बहुत उपयोगी है
ReplyDeleteA teacher can develop students social activities through proper guidance.
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवार और परिवेश के बारे मे बहुत कुछ सीख कर आता हैऔर अध्यापक उसे एक अच्छा नागरिक बनाता है।
ReplyDeleteEvery student have social and intellectual skills and teachers and parents work is to give better guidance them for future after recognising that skills....
ReplyDeleteबच्चे की पहली शिक्षक मां होती है । दुसरा उसका परिवेश जो उसे बहुत कुछ सीखाता है। शिक्षकों का काम उसको सही या ग़लत की पहचान कराना है। ताकि आने वाले जीवन में वह सही निर्णय ले सकें ।
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का विकास करने में सहायक होता है
ReplyDeleteA teacher can develop students social activities through proper guidance.A teacher has a special role in life of students
ReplyDeleteChildren learn a lot of things from their school and teachers
ReplyDeleteSeekhna aur Seekhana, gyan ka adan pardan karna
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteनिश्चित तौर पर।।
Deleteहर एक के जीवन में व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों की एक महत्वपूर्ण भूमिका है यह निश्चित तौर पर अधिगम में सहायक है ।एक शिक्षक अपने छात्रों के व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का उन्हें उपयोग सिखा कर उनके व समाज के कल्याण को बढ़ावा दे सकता है।।
ReplyDeleteविद्यार्थी के व्यक्तिगत व सामाजिक गुणों के विकास में अध्यापक का अहम रोल है।
ReplyDeleteTeacher increase many social qualities in students.
ReplyDeleteप्रत्येक बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर के व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है।
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण भिन्न होते हैं। व्यक्तिगत गुण आनुवांशिक होते हैं। एक अध्यापक बच्चे को सामाजिक गुणों से अवगत कराता है और उसके व्यक्तिगत गुणों में निखार लाता है।
ReplyDeleteशिक्षक का व्यक्तित्व पूरे समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है
ReplyDeleteव्यक्तिगत एवम् सामाजिक गुणों कि अहमियत को समझकर एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों में समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों को सजग करने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। जो बच्चों में समाज के प्रति लगाव उत्पन्न करेंगे।
ReplyDeleteEvery teacher must know his/her students interests and capabilities
ReplyDeleteA teacher can develop student's by properway through social activities
ReplyDeleteEach child has abilities,talents and qualities .Teacher should recognised them and motivate the child.
ReplyDeleteEach child has personal and social values we must help them to improve their qualities and values
ReplyDeleteबच्चा जब विद्यालय में पहुंचता है तो उससे पहले वह अपने परिवार व समाज से बहुत कुछ सीखता है, उसका उसकी पढ़ाई पर उसके जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता हैl प्रत्येक बच्चा अपने संपूर्ण ज्ञान में से एक चौथाई अपने परिवार से , एक चौथाई समाज व अपने मित्रों से, एक चौथाई गुरु से तथा एक चौथाई खुद के अध्ययन से सीखता है l
ReplyDeleteSocial & intellectual virtues of a student plays an important role in the process of learning and a teacher is necessary for the all round development of a student .
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का बच्चे में विकास करने में सहायक होता है
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों का बच्चे में विकास करने में सहायक होता है
ReplyDeleteशिक्षक का व्यक्तित्व पूरे समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है
ReplyDeleteManushya ek samajik prani h isliye ek acha jivan jine k liye vayaktigat aur samajik guno ki aham bhumika h
ReplyDeleteKeval kitabi gyan kafi nahi h isliye kitab se padhane k sath sath ek teacher apne students k vayaktitva ko sudharne aur samajik guno ko apnane me ek aham bhumika nibhata h
एक शिक्षक बच्चे के व्यक्तिगत व सामाजिक गुणों का विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteप्रतिदिन की दिनचर्या के माध्यम से बच्चों का सामाजिक एवं व्यक्तिगत विकास में एक शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है बच्चे सर्वप्रथम अपने जीवन का अधिकतम समय विद्यालय में ही गुजारते हैं विद्यालय में सिखाई गई सभी अच्छे गुण उसके व्यक्तित्व में जीवन पर्यंत छलकते हैं विद्यालय में सिखाए गए सभी गुण जैसे टीम वर्क दूसरों की देखभाल करना यह सब जीवन में एक अच्छे नागरिक बनने में बच्चों को बहुत मदद करते हैं एक अच्छे समाज का निर्माण उसके अच्छे नागरिकों से होता है अच्छे नागरिक बनाने में एक शिक्षक की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है यही सामाजिक व्यक्तिगत गुण विद्यार्थियों में शिक्षक को अधिगम में बहुत मदद करते हैं विद्यार्थी समय पर अपना काम पूरी निष्ठा से पूरा करने लगते हैं
ReplyDeletePersonal & Social Values help a lot in learning of students. Teacher can help to develop these values in students by motivation and guidance.
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुणों के स्तर के अनुसार ही अधिगम का स्तर तय होता है।शिक्षक बच्चों के व्यक्तिगत और सामाजिकगुणों को निखारने में अहम भूमिका निभाता है जिससे बच्चे अपने और समाज के उत्थान मे योगदान देते हैं।
ReplyDeleteएक शिक्षक की भूमिका बच्चे में सामाजिक व व्यक्तिगत गुणों विकास करने में सहायक होता है
ReplyDeleteEvery child is special and have skills within him/her. The skills are intellectual, social, cultural and developmental and help in personal growth. These skills are a representation of their family culture and background since family is always the first teacher. A teacher should understand the child psychology and help him/ her in their growth & development.
ReplyDeleteस्कूल आने से पहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है तथा उसके सामाजिक गुणों को निखारना हैव्यक्तिगत और सामाजिक गुणों के स्तर के अनुसार ही अधिगम का स्तर तय होता है।शिक्षक बच्चों के व्यक्तिगत और सामाजिकगुणों को निखारने में अहम भूमिका निभाता है जिससे बच्चे अपने और समाज के उत्थान मे योगदान देते हैं
ReplyDeleteहमारी प्रतिदिन की दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की अहम भूमिका है और ये गुण अधिगम में बहुत सहायक होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के इन गुणों को जानकर उन्हें निखारने में उसकी मदद करता है और उन्हें आगे बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ReplyDeleteहमारी प्रतिदिन की दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की अहम भूमिका है और ये गुण अधिगम में बहुत सहायक होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के इन गुणों को जानकर उन्हें निखारने में उसकी मदद करता है और उन्हें आगे बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ReplyDeleteहमारी प्रतिदिन की दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की अहम भूमिका है और ये गुण अधिगम में बहुत सहायक होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के इन गुणों को जानकर उन्हें आगे बढाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ReplyDeleteशिक्षक बच्चों व समाज के लिए आदर्श होता है तथा स्कूल में हम बच्चे के व्यक्तिगत सामाजिक गुणों को विकसित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
ReplyDeletePersonal social characteristics is very much needed for all around development of a child.It describe their cultural values and how children associate with their peers.A teacher can understand child psychology from their on and help in all around development of a child.
ReplyDeleteNice.
DeleteEach child has personal and social values Teacher can improve them effectively
ReplyDeleteव्यक्तिगत सामाजिक गुण के द्वारा हम प्रभावी शिक्षण प्रस्तुत कर सकते हैं।
ReplyDeleteसामाजिक एवम् व्यक्तिगत गुण अधिगम को प्रभावित करता है अध्यापक प्रोत्साहन के द्वारा इन गुणों को सकारात्मक रूप से बढ़ा सकता है
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
ReplyDeleteThe personal socio qualities makes the daily routine life good and easy .Also it attracetcs others
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक सामाजिक गुण अधिगम में बहुत सहायक है
ReplyDeleteजब बच्चा स्कूल में आता है तो वह समाज से बहुत कुछ सीख कर आता है उसी को अध्यापक द्वारा आगे बढ़ाया जाता है बच्चे को सही को सही और गलत को गलत का ज्ञान करवाया जाता है
ReplyDeleteSchool baccho k liye pahli samajik sanstha hoti h jhan bacche apne vyaktigat or samajik guno ka vikas kr skte h
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश से सीखता है। अध्यापक उनके गुणों को चिरस्थायी कर अच्छे नागरिक होने का अहसास करवाता है।
ReplyDeleteबच्चे अपने परिवेश से सीखते है.... इसलिए अध्यापक मे व्यक्तिगत सामाजिक गुण बच्चों मे इन गुणो को विकसित करने मे सहायक है|
ReplyDeleteRight sir
ReplyDeleteEvery chil is perfect only we have to polish them in study and improve their abilities behavior
ReplyDeleteहर बच्चा समाज से अपने परिवेश से पहले ही बहुत कुछ सीख कर आता है। ये सभी गुण उसे सीखने में मदद करते हैं।
ReplyDeleteEvery child has his own ability and qualities teacher must recognise these and encourage to improve
ReplyDeleteदैनिक दिनचर्या में व्यक्तिगत और सामाजिक गुणो की अहम भूमिका है।शिक्षक बच्चों में यह विकसित करने में अहम भूमिका निभा सकते है
ReplyDeleteस्कूल आने से पहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है तथा उसके सामाजिक गुणों को निखारना है ।
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteहमारे जीवन में व्यक्तिगत - सामाजिक गुण महत्वपूर्ण निभाते हैं।यह अधिगम में सहायक है शिक्षक व्यक्तिगत - सामाजिक गुणों को और अधिक विकसित कर सकता है।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteहमारे जीवन में व्यक्तिगत - सामाजिक गुण महत्वपूर्ण निभाते हैं।यह अधिगम में सहायक है शिक्षक व्यक्तिगत - सामाजिक गुणों को और अधिक विकसित कर सकता है।
ReplyDeleteहमारे जीवन में व्यक्तिगत - सामाजिक गुण महत्वपूर्ण निभाते हैं।यह अधिगम में सहायक है शिक्षक व्यक्तिगत - सामाजिक गुणों को और अधिक विकसित कर सकता है।
ReplyDeleteYes these quality are most important to groom the human behavior.
ReplyDeleteTeacher is role model of students. Teacher plays a very imp.role in individual and social development of students. Teacher teaches different types of values to students. Different qualities of students are groomed by teachers.
ReplyDeleteMeenakshi Hooda
GHS Balour, Jhajjar.
हर बच्चे में अलग-अलग गुण होते हैं अध्यापक को इसे समझकर आगे बढ़ाना है
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
ReplyDeleteIt is true that child learn many activities from his sroundings
ReplyDelete
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण सीखने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। असल में प्रतेक बच्चा स्कूल पहुंचने से पहले ही अपने परवेश के बारे में बहुत कुछ सीख कर आता है। अध्यापक का काम उस समझ को आगे बढ़ाना है।
पहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteशिक्षक व्यक्तिगत व सामाजिक गुणों का विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
ReplyDeleteEvery child learn something from their environment before school
ReplyDeleteEvery child learn something from their teacher
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवेश से सीखता है।
ReplyDeleteहमारी दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की अहम भूमिका है और ये गुण अधिगम में बहुत सहायक होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के इन गुणों को जानकर उन्हें आगे बढाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं
ReplyDeleteबच्चे स्कूल पहुंचने से पहले अपने घर और अपने आस पास के वातावरण से बहुत कुछ सीख कर आते है। अध्यापक का कर्तव्य है कि वो बच्चे को सही गलत की पहचान करवाने मे बच्चे की सहायता करे।
ReplyDeleteव्यक्तिगत और सामाजिक गुण बच्चा अपने परिवेश से सीखता है जिसमे सुधार और वॄद्धि अध्यापक करता है।
ReplyDeleteहमारी दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की अहम भूमिका है और ये गुण अधिगम में बहुत सहायक होते हैं। शिक्षक विद्यार्थियों के इन गुणों को जानकर उन्हें आगे बढाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं
ReplyDeleteHumans are social. So, there should be social, personal and moral values in them.
ReplyDeleteEvery student has their own habits and interests. They came in school with some social and moral qualities.
पहले बच्चे अपने परिवेश से बहुत कुछ सीख कर आते हैं अपने आसपास के वातावरण से सामाजिक परिप्रेक्ष्य के बारे में बहुत कुछ जान कर आते है।एक शिक्षक का कार्य उसके ज्ञान को और आगे बढ़ाना है
ReplyDeleteA teacher is a role model for a student.so these qualities are very important.
ReplyDeleteThese skills have great importance in our life. Our perception towards every situation, every problem and every solution is basically governed by these skills. These skills helps a lot in better learning As if we fit well in social environment then only we can work wholeheartedly towards our learning goals. Teachers play an important role in creating healthy and positive social environment which is inculcated in students by watching this on daily basis.
ReplyDeleteबच्चा अपने परिवार व परिवेश से देख कर सिखता है परंतु विद्यालय आने पर अध्यापक उसमें सामाजिक गुणो का निर्माण करता है। विद्यालय परिवेश से वह बहुत कुछ सीखता है।
ReplyDeleteYes,Every student follows their teacher.Teacher is role model for them.Student is like clay we have to shape it
ReplyDeleteIn our life ,social and individual qualities play very important role to develop our learning capacity.Teacher can provide best guidence to students by these qualities.
ReplyDeleteजब बच्चा स्कूल मेंआता हें तो वह समाज में बहुत कुश सीखकेआते हे उसी को टीचर द्वाराआगेबड़ाया जाता हे बच्चेकोसहीकोसही ग़लत को ग़लत का बताया जाता हे
ReplyDeleteव्यक्तिगत व सामाजिक गुण बच्चों में होते हैं।अध्यापक इन गुणों में वृद्धि व विकास करता है।
ReplyDeleteJab bacha school aata h to apne samaj se bohat kush sikh k aata h,usi ko teacher k dawara agye badaya jata h ,bache ko sahi ko sahi or glt ko glt ka giyan karwaya jata h
ReplyDeleteयद्यपि प्रत्येक परिवार का अपना अलग तौर तरीका व रहन-सहन होता है लेकिन बच्चे के व्यक्तिगत और सामाजिक गुणों उसकी अच्छाई और बुराई में अंतर केवल शिक्षक ही समझा सकते हैं
ReplyDeleteजब बच्चा स्कूल में आता है तो वह समाज से बहुत कुछ सीख कर आता है उसी को अध्यापक द्वारा आगे बढ़ाया जाता है बच्चे को सही को सही और गलत को गलत का ज्ञान करवाया जाता है
ReplyDeleteबच्चे अपने आसपास के परिवेश से सीखते हैं हमें उनकी व्यक्तिगत और सामाजिक भावनाओं का कदर करते हुए सर्वगुण संपन्न बनाने का प्रयास करना चाहिए। एक सहज और सरल सीखने का परिवेश तैयार करना चाहिए ताकि विद्यार्थी हर तरह के कौशल में निपुण बन सके।
ReplyDeleteहर बच्चा अपने परिवेश से सीखता है, शिक्षक उसकी समझ को जानकर उसके भीतर व्यक्तिगत और समाजिक गुणों को निखारने का काम करता है
ReplyDeleteव्यक्तिगत गुण एवं सामाजिक गुण दोनों का ही सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका है।इन दोनों ही गुणो के कारण हम अपने आपको किसी भी परिस्थिति में समायोजित करना सीखते हैं।
ReplyDeleteStudents learn from their school as well as classroom's environment. Teacher's play an important role in the development of a student.
ReplyDeleteEvery child has his own quality
ReplyDeleteClassroom
ReplyDeleteबच्चे जो कुछ सीखते है वो अपने आस पास के परिवेश से ही सीखते है इसलिए जिस तरह का व्यक्तिगत सामाजिक गुणों का विकास करना चाहते है तो उसी प्रकार का वातावरण उन्हें प्रदान करके उनमें उचित गुणों का विकास किया जा सकता है। व्यक्तिगत सामाजिक गुणों के बगैर विद्यार्थी उसी प्रकार है जैसे बिना तेल के दीपक
ReplyDeleteBacche Jo sikhate Hain vah apne aas paas ke parivesh hi sikhate hain isliye jis tarah ka vyaktitva samajik gunon ka vikas karna chahte hain to usi prakar vatavaran unhen pradan karke anme uchit gunon ka vikash Kiya ja sakta h vayatigat samajik guno ke bagar vidhyarthi usibprakar h jaise Bina tell k dipak.
ReplyDeleteव्यक्ति एक समाजिक प्राणी है समाज से वह अनेक गुण धारण करता है
ReplyDeleteबच्चा स्कूल में आने से पहले अपने घर के वातावरण से बहुत कुछ सीखता है शिक्षक तो उसके द्वारा सीखे गए इन गुणों का विकास करता है ताकि वे चिर स्थाई बनी रहे
ReplyDeleteEvery child has its own qualities.
ReplyDeleteबच्चा स्कूल में आने से पहले अपने घर के वातावरण से बहुत कुछ सीखता है शिक्षक बच्चे मे सामाजिक गुणो का विकास करता है
ReplyDeleteA good teacher inspired the students for good behaviour ,moral and good character.
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