मॉड्यूल 11 गतिविधि 6: चिंतन बिंदु

 

मॉड्यूल 11 

गतिविधि 6: चिंतन बिंदु



पाठ्यपुस्तक की सहायता से स्पष्ट करें कि आप अपनी कक्षा में विभिन्न संवेदनशील मुद्दे जैसे जेंडर, पर्यावरण और विशेष आवश्यकताओं (दिव्यांग्जन) आदि का समावेश कैसे करेंगे ?

चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।

Comments

  1. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  2. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  3. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों

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  4. सभी को बराबर महत्व देंगे

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    1. प्रत्येक बच्चे को उनकी सर्जनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे|

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    2. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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    3. बच्चा जिस प्रकार से समझने में सक्षम हो उस प्रकार के यत्न शिक्षक द्वारा आपेक्षित है

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  5. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  6. Replies

    1. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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    2. सभी को समान महत्व देकर

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  7. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं ।

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  8. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  9. By telling them stories,showing them documentaries,we can sensitivise children.

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  10. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  11. सवेंदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  12. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  13. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  14. ऐसे संवेदनशील मुद्दों को हम वीडियो और ऑडियो की प्रस्तुति, जीवनी आदि प्रस्तुत करके समावेश करेगे।

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  15. Partyek bachche ko uski aavshyaktanusar samavesh krenge

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  16. Each student adjusted according to his need

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  17. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  18. विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का अभिनय करें।

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  19. Each student adjusted according to his need.

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  20. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  21. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  22. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों, एवं विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  23. We will highlight the evils or shortcomings in our social background and aware the students how many evils which were prevalent in our society were abolished and people accepted them.

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  24. सवेंदनशीलता शिक्षक को निष्पक्ष तरीके से बच्चो के गुणों, अवगुणों को समझने और मूल्यांकन करने में सहायक हैं।

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  25. Class 7 ki hindi kahani apoorv anubhav ko padate samay hum in teeno chijon ko bachchon ko ek saath samjha sakte h ki kis tarha ek ladki or ladka ek achche dost ho sakte h.ek divyanjan dost ko uski kami mahsoos nahi hone di or usey bagiche me lejakar paryavarn ki sair karayi

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  26. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  27. By telling them stories,showing them documentaries..we provide every children's equal chances.

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  28. Depending upon the classroom situation and topic I will integrate various social problems with the chapter and sensitize the students for these .

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  29. Depending upon the classroom situation and the topic I will integrate various social problems with the chapter and sensitize the students for these problems .

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  30. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  31. Each student adjusted according to his need.

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  32. बच्चे की विकलांगता को ध्यान में रखते हुए उसका सहयोग करेंगे व उसमें हीन भावना नहीं आने देगें।

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  33. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  34. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  35. सभी को समान अवसर उपलब्ध करवाते हैं और विभिन्न महान व्यक्तियों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी को समान अवसर प्रदान करेंगे और आसपास के सफल व्यक्तियों की कहानी भी सुना सकते हैं और बेहतर करने के लिए उन को प्रोत्साहित करेंगे। समाज में व्याप्त विभिन्न कुरीतियां और अंधविश्वासों को दूर करने का प्रयास करें

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  36. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  37. We can make coid groups of students while teaching in class so that we can give the mesaage of gender equality.
    We can start a programme of tree plantation on birthday of each children.
    Equal opportunities should be provided by teacher to special disabled childern of class .

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  38. समावेशी शिक्षण द्वारा।

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  39. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  40. बच्चों कि विभिन्नता का ध्यान रखते हुए सामान्य बच्चों के साथ पढाया जाएगा।

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  41. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  42. Each student adjusted according to his need

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  43. हम प्रत्येक बच्चे को उसकी आवश्यकता के अनुसार शामिल कर लेंगें

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  44. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  45. प्रत्येक विद्यार्थी को उसकी आवश्यकता के अनुसार ही शिक्षण करना

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  46. Yes emotional are basic feature of human behaviour.So every teacher must be attached with every child like his or her parent this is the base of our educational start with related subject.We are the part of a society .we can make a good citizen for our nation .

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  47. Each student adjusted according to his need

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  48. Each student adjusted according to his need.

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  49. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय लड़के और लड़कियों के समूह बनाए जाएं जिनमे लड़के और लड़कियां इकट्ठे हों।इससे जेंडर आधारित समस्याओं का समाधान होगा ।पाठ्य सामग्री को आसपास के वातावरण के साथ जोड़ें।बच्चों को विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के साथ व्यवहार करने और उनकी जरूरतों के बारे में बताएं।ये सभी उदाहरण कक्षा सातवीं की हिंदी की पाठ्य पुस्तक में दी कहानी 'अपूर्व अनुभव' में मिलते हैं।

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  50. Each and every student should be given chance

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  51. कक्षा को छोटे-छोटे समूह में बाटेंगे प्रत्येक समूह में हर योग्यता के बच्चे होंगे फिर उन्हें पाठ्यपुस्तक आधारित गतिविधियों करने को देंगे जिसके माध्यम से सभी मुद्दों का समावेश करने की कोशिश करेंगेl

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  52. Each student should get to what they deserve as per their physical, mental or financial needs

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  53. 021750
    Saroj Bala
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  54. sbhi bachcho ko pathykram k anusar sman avsar pradan kiye jayenge.

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  55. कक्षा को छोटे-छोटे समूहों में बाटेंगे प्रत्येक समूह में हर योग्यता के बच्चे होंगे फिर उन्हें पाठ्यपुस्तक आधारित गतिविधियों को करने के लिए देंगे जिसके माध्यम से सभी मुद्दों का समावेश करने की कोशिश करेंगे

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  56. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  57. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  58. Shikshak ke liye sabhi students ek saman hote hai.Students ke group bna sakte hain jinme boys girls ek sath milker padh sakte hain. Shikshak agar emotionally baccho se attached hai toh wo students ki sari problem apne aap solve ker lenge. Syllabus karwate samay aas paas ke easy example and intersting activities se topic samjha sakte hain. Teachers ka positive attitude hona bahut jaruri hai.

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  59. अध्यापन प्रक्रिया में एक संवेदनशील शिक्षक समाज द्वारा स्थापित जेंडर के प्रति सोच विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों तथा पर्यावरण आदि संवेदनशील मामलों में सभी बच्चों को सामूहिक रूप से एक साथ लेकर पाठ्यक्रम व पाठ्य पुस्तकों में आई समस्याओं का निराकरण करेंगे शिक्षक यह भी ध्यान रखेंगे की सभी वर्ग के बच्चों की रुचियों एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर अधिगम करवाएं।

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  60. सभी बच्चों को समय-समय पर तथ्य के बारे में जानकारी और आवश्यक सूचना दी जानी चाहिए

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  61. सभी बच्चों को उनके हिसाब से आवश्यक जानकारी और इस विषय में शिक्षा देनी चाहिए

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  62. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  63. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों, एवं विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  64. एक शिक्षक को अपनी कक्षा में सभी वर्गो एवं विशेष जरूरत वाले छात्रों के सर्वांगीण विकास की सोच को ध्यान में रखते हुए शिक्षण करवाना चाहिए।जैसे खेल के समय चाहिए कि जेंडर आधारित सोच को दरकिनार करते हुए लड़के ओर लड़कियों दोनों की बराबर भागीदारी वाले खेल खिलाने चाहिए।

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  65. विविध प्रकार के बच्चों को उनकी सृजनात्मक कौशल व योग्यताओ के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  66. Anil Kumar (1022101)
    पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  67. Replies

    1. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  68. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  69. कक्षा में पाठ्यपुस्तक आधारित गतिविधियां करवाते समय ऐसे समूह बनाए जाएं जिसमें लड़के भी हो और लड़कियां भी हों इससे जेंडर आधारित समस्याओं का समाधान होगा। पाठ्य पुस्तक पढ़ाते समय पाठ को आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़े जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  70. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  71. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  72. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  73. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  74. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक क्षमताओं के अनुसार समावेशित करके

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  75. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  76. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  77. सभी बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करवानी चाहिए और अलग-अलग विचारों को अलग-अलग कक्षा में समायोजित करके बच्चों की प्रतिभा को निकालेंगे

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  78. एक अध्यापक अध्यापन कार्य पूर्ण करवाते समय पाठ्यपुस्तक के सहयोग व विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में यह ध्यान रखें की कुछ संवेदनशील मुद्दों जैसे समाज द्वारा उसमें बनाए गए जेंडर के प्रति विचारधारा, पर्यावरण व लिंग वेद तथा सामाजिक असमानता, विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों के प्रति संवेदनशीलता जैसे मुद्दों का समावेश करके शैक्षणिक कार्य पूर्ण किया जा सकता है।

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  79. प्रत्येक बच्चे उको सृजनात्मक क्षमता अनुसार विभिन्न विषयों में समावेश करेंगे |

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  80. We need use proper teaching way for special child,gender,economical student।

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  81. प्रत्येक बच्चे उको सृजनात्मक क्षमता अनुसार विभिन्न विषयों में समावेश करेंगे ।

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  82. All students are equal. So give the chance to every student.

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  83. सभी समान हैं।

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  84. पाठ्यपुस्तक के आधार पर हम कक्षा में विभिन्न आयाम के बच्चों को उनकी कार्यकुशलता एवं उनके जेंडर एवं दिव्यांगता पर ना जा कर उनके साथ समान भागीदारी से कार्य करें जैसे कोई कविता पाठ है तो सभी विद्यार्थियों को समान रूप से शामिल करें उदाहरण स्वरूप जो मॉड्यूल में कविता आई है उसमें हम जरूरी नहीं कि लड़की को ही चिड़िया का रोल करने को दें बल्कि लड़के को भी हम नीली परी चिड़िया बना कर चिड़िया की एक्टिविटी करने को कहें आदि तरीकों से हम संपूर्ण क्लास को एक पाठ्यपुस्तक के आधार पर सम्मिलित कर भाषा शिक्षण एवं विषय अनुरूप पढ़ा सकते हैं

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  85. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  86. Provide equal chances to improve their abilities. Meenu

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  87. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  88. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  89. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे

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  90. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  91. सवेंदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  92. सभी को समान अवसर उपलब्ध करवाते हैं और विभिन्न महान व्यक्तियों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी को समान अवसर प्रदान करेंगे और आसपास के सफल व्यक्तियों की कहानी भी सुना सकते हैं और बेहतर करने के लिए उन को प्रोत्साहित करेंगे। समाज में व्याप्त विभिन्न कुरीतियां और अंधविश्वासों को दूर करने का प्रयास करें

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  93. पाठ्यक्रम मे दिए गए विषयो पर व्यखान देकर एवं उदहारण देकर, बच्चो के परिवेश से ही उदाहरण देकर उन्हें सामजिक विषयो के बारे मे अवगत करवा सकते है, दिव्यांजन बच्चो को भी वास्तविक परिवेश से रूबरू करवकर विषयो से अवगत करवाया जा सकता है

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  94. Provide equal chances to improve their abilities

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  95. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय लड़के और लड़कियों के समूह बनाए जाएं जिनमे लड़के और लड़कियां इकट्ठे हों।इससे जेंडर आधारित समस्याओं का समाधान होगा ।पाठ्य सामग्री को आसपास के वातावरण के साथ जोड़ें।बच्चों को विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के साथ व्यवहार करने और उनकी जरूरतों के बारे में बताएं।ये सभी उदाहरण कक्षा सातवीं की हिंदी की पाठ्य पुस्तक में दी कहानी 'अपूर्व अनुभव' में मिलते हैं।

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  96. It will be integrated according to the situation and topic.

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  97. In our curriculum their are lots of stress on equality and problem we are facing today
    Rights and duties taught during class room
    First page of ncert book start with constitutional oath

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  98. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  99. अध्यापन प्रक्रिया में एक संवेदनशील शिक्षक समाज द्वारा स्थापित जेंडर के प्रति सोच विशेष आवश्यकता वाले व्यक्तियों तथा पर्यावरण आदि संवेदनशील मामलों में सभी बच्चों को सामूहिक रूप से एक साथ लेकर पाठ्यक्रम व पाठ्य पुस्तकों में आई समस्याओं का निराकरण करेंगे शिक्षक यह भी ध्यान रखेंगे की सभी वर्ग के बच्चों की रुचियों एवं आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर अधिगम करवाएं।

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  100. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  101. हम प्रत्येक बच्चे को उसकी आवश्यकता के अनुसार ढाल लेंगे स्वेदन शीलता एक बहुत ही प्रमुख मुद्दा है

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  102. गतिविधि आधारित शिक्षण करवाते हुए यह सुनिश्चित करना कि बच्चों को उनकी क्षमतानुसार कार्य/रोल/भागीदारी दी जाए।

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  103. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों

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  104. It is very important information

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  105. विद्यार्थियों को उनकी योग्यता के अनुसार कार्य देकर और उन्हें उस कार्य में प्रोत्साहित करके कि आप इस में सक्षम हैं कर सकते हैं या अन्य दिव्यांगों की कहानियां सुना सुना कर बच्चों में हौसला अफजाई करके भी हम कार्य को बढ़ावा दे सकते हैं

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  106. Each student adjusted according to his need.

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  107. हम प्रत्येक बच्चे को उसकी आवश्यकता के अनुसार ढाल लेंगे स्वेदन शीलता एक बहुत ही प्रमुख मुद्दा है

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  108. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय लड़के और लड़कियों के समूह बनाए जाएं जिनमे लड़के और लड़कियां इकट्ठे हों।इससे जेंडर आधारित समस्याओं का समाधान होगा ।पाठ्य सामग्री को आसपास के वातावरण के साथ जोड़ें।बच्चों को विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के साथ व्यवहार करने और उनकी जरूरतों के बारे में बताएं।ये सभी उदाहरण कक्षा सातवीं की हिंदी की पाठ्य पुस्तक में दी कहानी 'अपूर्व अनुभव' में मिलते हैं।

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  109. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं ।

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  110. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  111. ऐसे संवेदनशील मुद्दों को हम वीडियो और ऑडियो की प्रस्तुति, जीवनी आदि प्रस्तुत करके समावेश करेगे।

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  112. Students learn quickly in their mother language and if described in other languages they learn more quickly

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  113. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  114. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  115. We should be careful in every aspects

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  116. pathya pustak bhi ek mukhya sadhan hai sikhne ka.
    jisse prtyek students sikhta hai

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  117. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय लड़के और लड़कियों के समूह बनाए जाएं जिनमे लड़के और लड़कियां इकट्ठे हों।इससे जेंडर आधारित समस्याओं का समाधान होगा ।पाठ्य सामग्री को आसपास के वातावरण के साथ जोड़ें।बच्चों को विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के साथ व्यवहार करने और उनकी जरूरतों के बारे में बताएं।ये सभी उदाहरण कक्षा सातवीं की हिंदी की पाठ्य पुस्तक में दी कहानी 'अपूर्व अनुभव' में मिलते हैं।

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  118. According to their need and interest
    First of all,we should make atmosphere for these topics in the class

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  119. All students are equal.So give equal opportunity all students

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  120. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  121. शिक्षार्थी स्वयं करके सीखते है ।

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  122. एक शिक्षक को अपनी कक्षा में सभी वर्गो एवं विशेष जरूरत वाले छात्रों के सर्वांगीण विकास की सोच को ध्यान में रखते हुए शिक्षण करवाना चाहिए।जैसे खेल के समय चाहिए कि जेंडर आधारित सोच को दरकिनार करते हुए लड़के ओर लड़कियों दोनों की बराबर भागीदारी वाले खेल खिलाने चाहिए।

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  123. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  124. Each student adjusted according to his need

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  125. A teacher should be sensitive towards different aspects related to students and he should keep in mind while teaching. Students should be given better opportunity of learning.

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  126. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  127. एक शिक्षक को अपनी कक्षा में सभी वर्गो एवं विशेष जरूरत वाले छात्रों के सर्वांगीण विकास की सोच को ध्यान में रखते हुए शिक्षण करवाना चाहिए।जैसे खेल के समय चाहिए कि जेंडर आधारित सोच को दरकिनार करते हुए लड़के ओर लड़कियों दोनों की बराबर भागीदारी वाले खेल खिलाने चाहिए।पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  128. प्रत्येक बच्चे को उनकी सर्जनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे|

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  129. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे

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  130. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है
    प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे।

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  131. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  132. कक्षा 8 संसाधन एवम विकास का पाठ नम्बे 2 भूमि, मृदा,जल,प्राकर्तिक वनस्पति एवम वन्य जीव संसाधन को पढ़ाते समय पर्यावरण के महत्व को भी समझाया जाएगा

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  133. पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित प्रॉब्लम सॉल्व होगी। पाठ्य पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  134. टीचर का रोल अहम हैl अध्यापक की भूमिका कक्षा कक्ष के वातावरण में मिठास घोल सकती हैl कक्षा में किए जा रहे प्रयोगों को सभी प्रकार के बच्चों तक पहुंचाने का कार्य टीचर आसानी से नहीं कर सकताl अध्यापक का आध्यात्मिक स्तर, उसकी सामाजिक व घरेलू अवधारणा क्रियाकलाप को किसी भी दिशा में मोड़ सकती है

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  135. सभी बच्चों को समय-समय पर तथ्य के बारे में जानकारी और आवश्यक सूचना दी जानी चाहिए|

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  136. पाठ्यक्रम के माध्यम से सामाजिक ढाँचे में मौजूद ऐसी रीति रिवाजों पर प्रहार करने की जरूरत है ,जो लिंग भेद को बढ़ावा देते हैं। संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है

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  137. By telling them stories,showing them documentaries,we can sensitivise children.

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  138. सवेंदनशीलता शिक्षक को निष्पक्ष तरीके से बच्चो के गुणों, अवगुणों को समझने और मूल्यांकन करने में सहायक हैं।

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  139. सवेंदनशीलता शिक्षक को निष्पक्ष तरीके से बच्चो के गुणों, अवगुणों को समझने और मूल्यांकन करने में सहायक हैं।

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  140. मानवीय मूल्यों को बढावा दिया दे कर सभी को समान अवसर प्रदान किया है

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  141. सवेंदनशीलता शिक्षक को निष्पक्ष तरीके से बच्चो के गुणों, अवगुणों को समझने और मूल्यांकन करने में सहायक हैं।

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  142. बच्चा जिस प्रकार से समझने में सक्षम हो उस प्रकार के यत्न शिक्षक द्वारा आपेक्षित है

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  143. पाठ्य पुस्तक पढ़ाते समय बच्चों के समूह बनाए जाएं जिसमें लड़कियां भी हो और लड़के भी हों। इससे जेंडर आधारित समस्या हल होगी। दिव्यांग छा पुस्तक पढ़ते समय पाठ को अपने आसपास के वातावरण की स्थितियों से जोड़ें जिससे पर्यावरण का समावेश होगा।

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  144. हर बच्चे को उसकी सृजनात्मक योग्यताओ के अनुसार समावेशीत करेगे ।

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  145. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों

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  146. To provide equal chance& equal opportunity

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  147. प्रत्येक बच्चे को उनकी सृजनात्मक योग्यताओं के अनुसार संबोधित करेंगे|

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  148. संवेनषीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विद्या‍र्थियों के गुणों, अवगुणों,विशेष योग्‍यताओ आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में सहायता करती है।

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  149. According to abilities and environment.

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  150. प्रत्येक बच्चे को उनकी रुचि व सर्जनात्मक योग्यताओं के अनुसार समावेशित करेंगे|

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  151. All students are equal. Each student should be given a chance.

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  152. सवेंदनशीलता शिक्षक को निष्पक्ष तरीके से बच्चो के गुणों, अवगुणों को समझने और मूल्यांकन करने में सहायक हैं।

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  153. Sensitization helps teachers to know understand and evaluate qualities special abilities etc.of their students in an impartial manner

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  154. संवेदनशीलता शिक्षकों को निष्पक्ष तरीके से अपने विधार्थियों के गुणों , अवगुणों वह योग्यताओं आदि को जानने, समझने और मूल्यांकन करने में मदद करती है।

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  155. प्रत्येक बच्चे को उसकी सर्जनात्मक योग्यता के अनुसार समायोजित करेंगे।

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