मॉड्यूल 15 गतिविधि 1: अपने बचपन की यादों को साझा करें

 

मॉड्यूल 15

गतिविधि 1: अपने बचपन की यादों को साझा करें

 

 

एक पल रूकें और अपने बचपन के दिनों की यादों के बारे में सोचें।अब एक सुखद और एक दुखद स्मृति की सूची बनाएँ इसके अलावा, अपने शुरुआती वर्षों में सीखी गई दो कहानियाँ/ कविताएँ साझा करें।

चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें

 

Comments

  1. good memory consists of all the time spent with parents while bad memory consists of injury suffered during childhood days.

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  2. good memory with parents, friends, relative and bad memory when i was injured playing with friends

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  3. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  4. मेरे बचपन की एक घटना मुझे याद है कि एक बार मुझसे गलती से एक लड़के के हाथ पर प्रकार (Compass) लग गई, मुझे बहुत डर लग रहा था कि मेरे अध्यापक मेरी पिटाई करेंगे क्यूंकि वह लड़का शिकायत करने पहले ही जा चुके थे, क्लास में अध्यापक आए तो मुझे बहुत देर लग रहा था लेकिन सर ने मुझसे आकर बहुत प्यार से पूछा कि बेटा , आपने जानबूझकर मारी है या गलती से लग गई, मैंने सर को बताया कि गलती से लग गई, सर ने कहा कि ध्यान रखा करो, ये ग़लत हुआ है, आगे से ध्यान रखना। तब से मैंने बहुत ध्यान रखा और मुझे टीचर्स से डर लगना भी बन्द हो गया, ओर मैं कक्षा में आगे बैठने लगा। हमारे सर के व्यवहार से मेरा मन स्कूल में लगने लगा और मैं फिर रेगुलर स्कूल में जाने लगा व हर रोज काम करने लगा। अगर उस दिन सर मेरी पिटाई करते तो मैं शायद वही धारणा बनाए रखता की टीचर्स तो पिटाई करने ही स्कूल में आते हैं। लेकिन उस दिन ने बहुत कुछ बदल दिया।।

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  5. good memory with parents, friends, relative and bad memory when i was injured playing with friends

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  6. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  7. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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    1. Bahut sari baaten hai jo khabhi nahi bhilai ja sakti

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  8. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  9. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  10. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता स्वर्णिम दौर था

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  11. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता ।

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  12. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता स्वर्णिम दौर था

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  13. Many memories of childhood, which we cannot forget, spend life by remembering them and then tell them to children and then grow up.

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    1. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता

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  14. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे।

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  15. मोडी ओर कौआ की कहानियां

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  16. Good memories with parents and friends

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  17. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी शरारत नहीं करते।
    हमें ऐसा लगता है कि हमने बचपन90% आन्नद लिया ।
    वर्तमान में बच्चे 30-35% ही बचपन का आनंद ले पा रहे हैं ।
    कोविड काल बच्चों के लिए बचपन का स्वीर्णम् काल बन कर आया है ।

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  18. Good memories with parents and friend

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  19. जब मैं 5 वीं कक्षा में थी | एक दिन अध्यापक ने 10 कठिन शब्द बोले | उनमें से 1 गलत हो गया | अध्यापक ने मुझे बहुत डाटा | उसके बाद मैंने कोई गलती नहीं की | एक बार मैंने जिला स्तर की भाषण प्रतियोगिता जीती थी| ये प्रतियोगिता निजी और सरकार स्कूलों की थी | मैं सरकारी स्कूल में पढ़ती थी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा मेरी बहुत प्रशंसा की गई थी कि सरकार स्कूल की छात्रा विजेता रही है |

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  20. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  21. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  22. Childhood is golden part of every person. It is time in which we have good memories with parents and friends.

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  23. Good memories with parents and friends

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  24. Childhood is golden part of every person. It is time in which we have good memories with parents and friends.

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  25. बचपन को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता वह एक स्वर्णिम दौर होता है

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  26. Childhood is unique and special part of each person.

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  27. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे।बचपन की यादें स्वर्णिम हैं।

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  28. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता

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  29. Good memories and bad memories are hard to foget. They equally effects people. Death of some dear ones and birth of some child in famalies are always remain in memories.

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  30. Childhood memories is very special

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  31. सुखद पल माता -पिता का प्यार व आजादी, दुखद पल बचपन का छिन्न जाना। कविता ऊपर पंखा चलता है,कहानी खरगोश व कछुआ ।

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  32. आज बचपन की बातें याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी शरारत नहीं करते।बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  33. Bachpan meinvah samay Khushi ka tha jab teachers hamen appreciate karte the sarahana karte the kam karne ke liye bacchon ki kahaniyan kavitaen sunate the the Jo Aaj Tak bhula nahin paye parantu Kai bar kaksha samay mein to ham khoob injoy karte the parantu jab chot lag jati thi to vah aSahnia Ho jaati thi

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  34. Childhood is golden part of every person. It is time in which we have good memories with parents and friends.

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  35. Childhood good or bad memories we never forget.

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  36. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता स्वर्णिम दौर था

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  37. आज बचपन की बातें याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वे बहुत कम भाग दौड व शारीरिक गतिविधि करते है।बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना। क्रिकेट, फुटबाल व अन्य खेल खेलना आज के बच्चों का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  38. Many memories of childhood, which we cannot forget, spend life by remembering them and then tell them to children and then grow up.This is a golden opportunity for life.

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  39. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया

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  40. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  41. Good memories - playing and enjoying with friends bad memories are not that much worthy to recall
    Poems- local poem by my nana g
    Stories- traditional stories by nani g
    Both are very opaque in my memories but i can remember i liked them very much

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  42. Childhood is enjoyable and memorable for everyone These best moments never come again in one's life No one can buy those unforgettable memories

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  43. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  44. बचपन की यादों को याद करना ही असम्भव है

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  45. good memory with parents, friends, relative and bad memory when i was injured playing with friends

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  46. बचपन की बहुत सी कहानियां याद आती हैं जिन्हें हम भुला नहीं पाते कुछ अच्छी व कुछ बुरी जिन्हें याद करके जीवन बिता देते हैं

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  47. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। हमने अपने बचपन के दिनों में बरसात का खूब लुत्फ उठाया है बारिश में सभी साथियों के साथ नहाना, बारिश के चलते पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना , दिवाली पर सभी का मिलकर दीये जलाना, आज के बच्चे का बचपन कमरे व अपने परिवार तक ही सीमित रह गया है। जो आज़ादी और मौज-मस्ती हमारे समय में थी वो अब कहाँ ?

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  48. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। हमने अपने बचपन के दिनों में बरसात का खूब लुत्फ उठाया है बारिश में सभी साथियों के साथ नहाना, बारिश के चलते पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना , दिवाली पर सभी का मिलकर दीये जलाना, आज के बच्चे का बचपन कमरे व अपने परिवार तक ही सीमित रह गया है। जो आज़ादी और मौज-मस्ती हमारे समय में थी वो अब कहाँ ?

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  49. बचपन में तख्ती पर स्याही से लिखना और बचपन में मछली जल की रानी कविता पढ़ते थे

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  50. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  51. नहीं आता। हमने अपने बचपन के दिनों में बरसात का खूब लुत्फ उठाया है बारिश में सभी साथियों के साथ नहाना, बारिश के चलते पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना , दिवाली पर सभी का मिलकर दीये जलाना, आज के बच्चे का बचपन कमरे व अपने परिवार तक ही सीमित रह गया है। जो आज़ादी और मौज-मस्ती हमारे समय में थी वो अब कहाँ ?

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  52. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  53. बचपन की याद ताजा हो गयी आज इस मॉड्यूल की एक्टिविटी के दौरान : जब हमारी माता जी जो कि अध्यापिका थीं खेल खेल में उदहारण दिया करती थी जिससे सीखने का अच्छा मौका मिला और हर कार्य मे आगे रहने की प्रेरणा को बल मिला व हर तरह के एक्सहिबिशन्स और एक्टिविटी में आगे बढ़ कर भाग लिया व हर बार पुरस्कृत हुए और हर नए event में सोचते थे कि कुछ नया करे जो सबसे हटके हो सबसे अच्छा हो और प्रथम स्थान प्राप्त करें

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  54. Good memories : playing loal games, open green spaces.
    Bad memories : long power cuts, no much resources.

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  55. बचपन की यादों को बच्चों के साथ शेयर करना चाहिए

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  56. good memory with parents, friends, relative and bad memory when i was injured playing with friends

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  57. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  58. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  59. बचपन मेरे जीवन का सर्वोत्तम भाग है l

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  60. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  61. Good memory with parents,friends and bad memory when I was injured

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  62. Good memories for children and parents.

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  63. मुझे कक्षा पांच तक एक ऐसे अध्यापक का सानिध्य मिला जिसने मुझे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
    वह सुखद समय मै कभी नहीं भूल पाती। परन्तु इसके बाद कोई अध्यापक प्रेरित करने वाला नहीं मिला। यह मेरे लिये सबसे दुखद बात रही।

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  64. बचपन से जुड़ी हुई अनेक स्मृतियां होती हैं जो हमें ताउम्र याद रहती हैं जैसे कि दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना

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  65. काश वो बचपन के दिन वापिस आ जाए

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  66. बचपन की यादे भुलाई नहीं जा सकती बचपन की अच्छी यादे आज भी मन में रोमांच भर देती हैं 1 और बुरी यादे मन को दुखी कर जाती है कि काश ऐसा नहीं होता तो कितना अच्छा होता!

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  67. Good memories with parents and friend

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  68. बचपन हमारा स्वर्णिम समय होता है

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  69. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता स्वर्णिम दौर था

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  70. एक बार मैं घर से बिना बताए एक बच्चे के साथ कहीं बाहर चला गया और छुट्टी के समय मैं घर पर पहुंचा तो माता-पिता को इस बारे कोई खबर नहीं थी अगले दिन किसी बच्चे ने इसके बारे स्कूल में बताया तो अध्यापक ने मुझे डांटा और मुझे एक नई सीख मिलीl

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  71. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता स्वर्णिम दौर था, जो कभी नहीं आएगा।

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  72. By remembering the stories of my childhood, it seems that the children we currently have in comparison can not enjoy even a percent like we have enjoyed the weather in the rainy season like taking a shower

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  73. बचपन को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता वह एक स्वर्णिम दौर होता है इस स्टेज पर बच्चे के माता-पिता उसमे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है

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  74. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  75. बच्चे के बचपन को कभी भुलाया नहीं जा सकता है उसके माता-पिता उसका सर्वांगीण विकास करते हैं

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  76. बचपन की बात करते हैं तो कहानियों का एक बड़ा चलचित्र मन में आ जाता है

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  77. good memory consists of all the time spent with parents while bad memory consists of injury suffered during childhood days.

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  78. सुखद पल माता -पिता का प्यार व आजादी, दुखद पल बचपन का छिन्न जाना। कविता ऊपर पंखा चलता है,कहानी खरगोश व कछुआ ।

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  79. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  80. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता वह स्वर्णिम दौर था

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  81. Many memorable moments like time spent playing and enjoying with friends and family.
    Bad memories should not be recalled.
    Poems- THE RIME OF ANCIENT MARINER
    MENDING WALLS
    Stories- traditional stories told by nani ji.

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  82. बचपन में बरसात में खेलना, पानी में कागज की नाव चलाना, साइकिल चलाना।

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  83. Mera bachpan maa k saath, Bhai bahan ka pyar,aur pedo par chadana,miti k ghar banana,khheto me jaana,aur bhi bahut kuch,kul milakar bahut achha bita

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  84. आज बचपन की बातें याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी शरारत नहीं करते।बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  85. Playing , studying and spending time with classmates had always been the pleasure and getting low grades in drawing had been the sad moment. Stories- हार की जीत, पत्थर पिघल गया । कविताएं - चींटी और मक्खी , हम बालक हिंदुस्तान के ।

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  86. I liked the song Bacche man ke sachche . बच्चे मन के सच्चे सा रे जग की आंख के तारे , ये वो नन्हें फूल है जो भगवान को लगते प्यारे I liked the story "The Thirsty Crow " with the Moral -Where there is will There is a way . There are so many Pleasant and Unpleasant childhood memories I am just unable to select one out of these .

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  87. Childhood is the golden moment.that never comes back.

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  88. I will share some happy and sad experience based story.
    And I will tell them the story of "The Lion And the Mouse," The Hare and Tortoise " etc.

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  89. We felt very happy when the teacher gave us sums of math and we compete with one another who would reach out the teacher first.and sad memory when we waste more time in playing and had to face father's anger.

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  90. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  91. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। यह एक स्वर्णिम दौर होता है इस स्टेज पर बच्चे के माता-पिता उसमे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। मेरे अध्यापक पिता जी ने मुझे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

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  92. Good memory with parents and friends relative playing with friends

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  93. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  94. मेरे बचपन की एक कहानी बताता हूँ मै ऒर मेरा मित्र राजेश जून की गर्मियों में घरवालो का कोई समान लेने दुकान पर गए उस समय हमारी उम्र 5 या 6 वर्ष की होगी, हमने देखा कि दुकान में दुकानदार नहीँ है। दुकानदार ने ताजे तरबूज़ लाके रखे थे । राजेश ने हैरानी से कहा तरबूज!!!! मेने कहा उठा ले। हमने एक एक तरबूज उठा के चल दिये थोड़ी दूर चलने के बाद हमने देखा कि सामने से दुकानदार आ रहा है तो हमने तरबूज वही फेंके तरबूज टूट गए औऱ हम वापस भागे दुकानदार से पीछा छुड़वाया।
    अब दुखद घटना
    मैं बच्चों के साथ खेल रहा था एक के पास एक मोटा डंडा था मैने उसका डंडा खोस लिया जब वो अपना डंडा मेरे से छिनने की कोशिश करने लगा तो मैंने जोर से उसके सिर में मारा उसको बहुत खून आने लगा बस फिर क्या था मेरे घरवालों ने दे ग़ुस्से दे लात।
    मेरे पिता समझाने में कम और जूते मारने में ज्यादा विश्वास रखते थे।
    आजकल के बच्चे बहुत कम शरारत व आनन्द लेते है सारे दिन मोबाइल में घुसे रहते हैं।

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  95. Childhood is the golden moment.that never comes back.
    Good memory with parents,friends and bad memory when I was injured

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  96. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  97. Bahut sari baaten hai jo khabhi nahi bhilai ja sakti

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  98. बचपन को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता वह एक स्वर्णिम दौर होता है इस स्टेज पर बच्चे के माता-पिता उसमे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है

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  99. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे।बचपन की यादें स्वर्णिम हैं।

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  100. Golden age of life that never comes again in our life .

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  101. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता ।

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  102. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  103. सुखद पल माता -पिता का प्यार व आजादी, दुखद पल बचपन का छिन्न जाना। कविता ऊपर पंखा चलता है,कहानी खरगोश व कछुआ ।

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  104. बचपन की यादें हमे अग्रसर करती है

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  105. बचपन कभी न भूलने वाली यादें हैं।
    माता पिता का प्यार भाई बहन का प्यार कभी नहीं भुलाया जा सकता।

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  106. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,होली के दिनों में कई कई दिन रंग खेलना, भागों से कच्चे आम तोड़ना,खेतों में बेरी से बेर तोड़ कर खाना,तालाब में नहाना, आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  107. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  108. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  109. Many memories of childhood, which we cannot forget, spend life by remembering them and then tell them to children and then grow up.

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  110. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  111. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  112. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  113. बचपन कभी न भूलने वाली यादें हैं।
    माता पिता का प्यार भाई बहन का प्यार कभी नहीं भुलाया जा सकता।

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  114. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  115. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी शरारत नहीं करते।
    हमें ऐसा लगता है कि हमने बचपन90% आन्नद लिया ।
    वर्तमान में बच्चे 30-35% ही बचपन का आनंद ले पा रहे हैं ।
    कोविड काल बच्चों के लिए बचपन का स्वीर्णम् काल बन कर आया है ।

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  116. बचपन की बहुत सी बातें हैं जिनका उल्लेख करना मुश्किल है। उस समय अध्यापकों का बड़ा सम्मान होता था। अध्यापकों को एक गुरु का दर्जा प्रदान था। आज सम्मान भी व्यावसायिक हो गया।

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  117. बचपन को भुलाया नहीं जा सकता स्वर्णिम दौर था।

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  118. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता ।

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  119. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।दुख की बात ये है कि मुझे लगातार अच्छे गणित अध्यापक नहीं मिले।लेकिन जो मिले उन्होंने अच्छा सहयोग किया।

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  120. बचपन के प्राकृतिक परिवेश में खेले गये खेल वास्तविक ज्ञान बढाने के साथ साथ शारीरिक विकाश के लिये भी नितांत आवश्यक है

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  121. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  122. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  123. Childhood is unique and special part of each person

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  124. good memory with parents, friends, relative and bad memory when i was injured playing with friends

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  125. मुझे मेरे बचपन की कहानियां याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी आनंद नहीं उठा पाते जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  126. बचपन के प्राकृतिक परिवेश में खेले गये खेल वास्तविक ज्ञान बढाने के साथ साथ शारीरिक विकाश के लिये भी नितांत आवश्यक है

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  127. Childhood is a unique and special part of each person

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  128. Childhood is a unique and special part of each person

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  129. 15, 2020 at 9:36 PM
    बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  130. Childhood is golden part of every person. It is time in which we have good memories with parents and friends.

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  131. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  132. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे।

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  133. बचपन की बहुत सी कहानियां याद आती हैं जिन्हें हम भुला नहीं पाते कुछ अच्छी व कुछ बुरी जिन्हें याद करके जीवन बिता देते हैं

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  134. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे।

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  135. Childhood is golden part of every person. It is time in which we have good memories with parents and friends.

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  136. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  137. आज बचपन की बातें याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी शरारत नहीं करते।बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  138. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर के हम अपना पूरा जीवन बिता देते हैं

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  139. मैं मेरे प्राइमरी अध्यापक श्री राम कुमार जी को कभी नही भूल सकता क्योंकि आज मैं जिस मुकाम पर हूँ सब उन्ही की बदलत है क्योंकि उनके
    सानिध्य में पढ़कर मुझे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरना मिलती रहेगी
    वह सुखद समय मै कभी नहीं भूल पात। परन्तु इसके बाद कोई अध्यापक मुझे इतना प्रेरित करने वाला नहीं मिला।

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  140. बचपन में तख्ती लिखना बहुत अच्छा लगता था । मेट लगाकर धूप में सुखाना व कलम स्याही से लिखना बहुत अच्छा अनुभव था ।

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  141. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है जो मै कभी भुला नहीं सकता। कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है। यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कभी गलत काम ना करे। कर भला तो हो भला।

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  142. बचपन की बहुत सी बातें आज भी याद हो जाती हो जो हमने विद्यालय में अपने साथियों के साथ बिताई है। बारिश के दिनों में इकट्ठे हुए पानी को एक दूसरे के ऊपर फेंकना व एक दूसरे की कॉपी में से पेज फाड़ कर नाव बनाकर चलाना और एक दूसरे से अपनी नाव को आगे ले जाने की के लिए पूरा प्रयास करना। आज भी याद आ जाता है ,हमारे गुरुजी जो हमें हर समय अच्छी-अच्छी बातें बता कर हमें संस्कार दिया करते थे ,उनकी बातें बताने का तरीका और अपने अनुभव को जोड़कर हमें बताना आज भी हमें याद है और शायद हम इसे कभी भी ना भूल पाएंगे।

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  143. हमारा बचपन आज के बचपन से अलग था। हमारे समय में भागदौड़ और शरारातें थी जो अब बेहद कम हो गई है। हमें अपना बचपन ग्रहों के खुले आंगन में खेलना है जबकि आज बच्चे अपना बचपन बंद कमरे में मोबाइल पर बिता रहे हैं । हमने अपने बचपन में नैतिक गुणों को संयुक्त परिवारों और बहुत से बच्चों के बीच रहते हुए प्राप्त किया है जबकि आज के बच्चे एकाकी रह कर इन गुणों से वंचित है।

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  144. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है, जो मै कभी भुला नहीं सकता।
    कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है।
    यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कर भला तो हो भला।

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  145. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर के हम अपना पूरा जीवन बिता देते हैं

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  146. बचपन की बहुत सी ऐसी कहानिया है, जो मै कभी भुला नहीं सकता।
    कुछ खुशी की है तो कुछ दुःख की भी है।
    यह बात सच है कि आप किसी का अच्छा करते हैं तो आप का भी अच्छा ही होगा। कर भला तो हो भला।

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  147. Memories of childhood we can not forget.

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  148. बचपन की बहुत सी यादें जो हम भुला नहीं सकते उनको याद कर करके जीवन बिता देते हैं आगे बच्चों को सुनाते हैं और फिर बड़े हो जाते हैं

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  149. Childhood spent with siblings and parents are more often than not full of good memories. Bad memories are mostly about getting injured.

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  150. good memory with parents, friends, relative and bad memory when i was injured playing with friends

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  151. Child hood period is the golden period of age.
    Really unforgettable moments and stories.

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  152. आज बचपन की बातें याद करके ऐसा लग रहा है कि हमारे मुकाबले में वर्तमान में जो बच्चे हैं वह एक परसेंट भी शरारत नहीं करते।बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता। जैसे हमने बारिश के मौसम में मौसम का लुत्फ उठाया है जैसे बारिश में नहाना, रुके हुए पानी में कागज की किश्ती बनाकर चलाना ,तीज के दिनों में झूले झूलना लेकिन आज के बच्चे का बचपन सिर्फ फोन ,टीवी और एक कमरे तक ही सीमित रह गया है।

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  153. Childhood is a period which is full of memories. Some are good, some are bad.I can't forget when my school principal praised me in morning assembly when I was in class 8.I don't want to recollect any bad memory.

    In my childhood my favourite poems were JECK AND JILL and TWINKLE TWINKLE LITTLE STARS.

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  154. बचपन के कई मौके ऐसे है जो यदा कदा याद आ ही जाते हैं। चालक लोमड़ी की कहानी,शेर और चूहे की कहानी ऐसे हैं जो अभी तक याद हैं। इसके साथ साथ हम पंछी उन्मुक्त गगन के और पुष्प की अभिलाषा वो कविताएं हैं जो कभी भी विस्मृति में नह8 जाती।

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  155. Good memory with parents and relatives ,friends.

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  156. Good memories of childhood are never forgotten

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  157. बचपन वो स्वर्णिम पल है जो कभी लौटकर नहीं आता

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