मॉड्यूल 17 गतिविधि 3: प्रदर्शन
मॉड्यूल 17
गतिविधि 3: प्रदर्शन
अपने भावनात्मक
अनुभवों को प्रदर्शित करें जो लॉकडाउन की अवधि के दौरान हुए थे। आपने उन भावनाओं
का सामना कैसे किया?
चिंतन के लिए कुछ समय
लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
मॉड्यूल 17
गतिविधि 3: प्रदर्शन
अपने भावनात्मक
अनुभवों को प्रदर्शित करें जो लॉकडाउन की अवधि के दौरान हुए थे। आपने उन भावनाओं
का सामना कैसे किया?
चिंतन के लिए कुछ समय
लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
Very good
ReplyDeleteNice
Deleteलोकडाउन में हमने घर घर जाकर कॉपी चेक की तथा Quiz,avsar app ,online education etc विषय मे बताया गया
Deleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteबहुत शोभनीय
DeleteVery good
DeleteVery good
DeleteMeri Gali Mein Ek majdur rahata kaam Kaam ka Band Ho Gaya to Logon Ne uski Madat ki .Jiska uska kam Chala .Ek Bhavna to roup se bahut bada Pal tha
DeleteAfter seeing death in corona itry in best way from corona
Deleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
लाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
DeleteIt was a very crucial time to overcome the difficult time for everyone.
ReplyDeleteWe have all been affected by this lockdown pandemic period
ReplyDeleteWe have all been affected by this lockdown pandemic period
Deleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
DeleteIt was a very crucial time to overcome the difficult time for everyone.
ReplyDeleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
DeleteYes , you are right .
DeleteThis lockdown helped us connect with our loved ones.
ReplyDeleteI think everyone came across exceptional experience of life when comes to still.
ReplyDeletethink everyone came across exceptional experience of life when comes to still.
Deleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteIt was a tough time compeling authorities to take extreme steps to contain the spread of deadly virus.We all citizens have become successful in it up to the large extent.
ReplyDeleteIt was a tough time compeling authorities to take extreme steps to contain the spread of deadly virus.We all citizens have become successful in it up to the large extent.
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteIt was a taugh time for everyone. But we all together fight the fetal virus and do our duties best.
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
ऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteI spent this time with my family and enjoyed.
ReplyDeleteमैं तो एकदम से घबरा गई थी कि आगे पता नहीं क्या होगा,क्या रहेगा,जिंदगी मानो एकदम से रुक सी गई थी।
ReplyDeleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteLockdown में नवीनतम अनुभव सीखने को मिले।परिवार के साथ समय बिताना शुकुन देने वाला रहा।नवीन अभिरूचि को व्यक्तिगत किया
ReplyDeleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteI spent this time with my family and enjoyed
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
यह time ऐसा था जिसमें सभी को आवश्यकता से अधिक समय घर पर ही रहना था और work from home वाली situation का भी ज्यादा pressure था लेकिन at personal level मैंने इसी enioy किया.Hobbies को revive करने के साथ-साथ Online teaching के लिए recordings, using different apps,अपनी स्किल developmement में भी helpful रहा.
ReplyDeleteAgree with u
Deleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteकोरोना महामारी के दौरान लोगों में निराशा और नकारात्मक विचार आ गए थे। ऐसे में परिवार के साथ बिताए गए समय ने ऐसे नकारात्मक विचारों से निकलने में सहायता की।
ReplyDeleteI Agree with u.We also same sone
Deleteलाकडाऊन के दौरान मन में डर हो गया था कि इस वायरस से कैसे बचेगे।अपने संबघियो से कैसे मिलेंगे ।सारा दिन मास्क कैसे लगाकर रखेंगे इस तरह की भावनाएँ आती रही।
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteAgree with you
Deleteइस लोक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश की उनके किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो सके उनको शिक्षा प्रदान किया विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित उनकी जितनी मदद हो सके करी।
ReplyDeleteIt was very crucil time to everyone and face many difficulties in corona call
ReplyDeleteमैं तो एकदम से घबरा गई थी कि आगे पता नहीं क्या होगा,क्या रहेगा,जिंदगी मानो एकदम से रुक सी गई थी।
ReplyDeleteलाॅकडाउन में काफी लोगो को प्रभावित होते देखा है। मजदूर वर्ग के पास खाने सम्बन्धित समस्या देखी, विद्यार्थियो के पास online study के लिए computer, mobile,laptop, internet सम्बन्धित समस्या सामने आई। इस दौरान क्षमतानुसार मदद की।
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
Good
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteAll over impressive
DeleteSab prabhavit huye h.But sab ne sahansilta ka parichay diya h.Guidelines ko follow kiya.Work from home and learn from home and done duty by deptt.
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
महामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteIt was a tough time for everyone.But we all togeather fight the fatal virus and do our duties best
ReplyDeleteLockdown effected everyone
ReplyDeleteIt was a very crucial time to overcome the difficult time for everyone.
ReplyDeleteAlmost everyone has been affected.
ReplyDeleteWe should help everyone by connecting with each other
emotionally
.
लगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
Time spent with children
ReplyDeleteIt was a tough time for everyone.But we all togeather fight the fatal virus and do our duties best
ReplyDeleteIt was a tough time for me to sit idle
ReplyDeleteIt was a tough time for everyone.But we all togeather fight the fatal virus and do our duties best
ReplyDeleteIt is new experience for all of us.we never forget year 2020.It is Ike challenge for all of us to make our life normal.
ReplyDeleteIt is new experience for all of us.we never forget year 2020.It is Ike challenge for all of us to make our life normal.
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteIt is a new experience for all of us.
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को धैर्य और साहस से काम लेना चाहिए। लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।जितनी हो सके एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि ऐसा किसी के साथ हो सकता है।
ReplyDeleteDuring the Corona epidemic, people had despair and negative thoughts. The time spent with the family thus helped to overcome such negative thoughts.
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteAgree
ReplyDeleteIt was a crucial time for everyone and faces many difficulties in corona time.
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
During the lockdown period I felt certain behavioral changes that include sadness, irritation ,aggression and lack of sleep and tiredness. I introspected and took the help of some meditation and physical exercises to overcome.
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
It was very crucil time to everyone and face many difficulties in corona call
ReplyDeleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए
ReplyDeleteभावनात्मक रिश्तों को व्यवहारिक रूप से विभाग द्वारा दिए निर्देशों को अभिभावकों से सांझा कर समाज में जागरूकता लाने के प्रयास करना चाहिए
ReplyDelete
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
हमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप
In corona pnadamic mobile phone become a important thing for student and teacher.
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को धैर्य और साहस से काम लेना चाहिए। लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।जितनी हो सके एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि ऐसा किसी के साथ हो सकता है।
ReplyDeleteIt was a very crucial time to overcome the difficult time for everyone.
ReplyDeleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
इस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
इस महामारी के खिलाफ हमे मिलकर लड़ना चाहिए
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteAlmost everyone has been affected.
ReplyDeleteEverybody life affected in Lock down period .Such time should help one another by cooperation so that we come out that situation.
ReplyDeleteIt was really a very crucial time for everyone to overcome.
ReplyDeleteEverybody life affected in lock down period. Such time should help one another by cooperation so that we come out that situation.
ReplyDeleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी ।
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteAs I was given duty of survey during starting and peack of corona people were in fear and thinking about employment and money for daily use.
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteसभी लोग इस महामारी से प्रभावित हुए हैं।हमने एक दूसरे की मदद करना सीखा
ReplyDeleteयह time ऐसा था जिसमें सभी को आवश्यकता से अधिक समय घर पर ही रहना था और work from home वाली situation का भी ज्यादा pressure था लेकिन at personal level मैंने इसी enioy किया.Hobbies को revive करने के साथ-साथ Online teaching के लिए recordings, using different apps,अपनी स्किल developmement में भी helpful रहा.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteकोरोना के इस महामारी के काल में जीवन संकट में आ गया था। मनुष्यों का परस्पर मिलना इस महामारी की वजह से अलगाव पैदा कर गया। पर व्यक्ति सामाजिक रूप से अलगाव रखते हुए भावनात्मक तौर तरीकों के माध्यम से एक दूसरे के जीने के सहारे बन गए। एक दूजे का सहयोग, सहारा बनाकर जीना, सबकी सहायता के लिए तत्पर रहना, लाचार या बेसहारों को खाद्य, वस्त्र आदि से सहायता करना, मिलकर रहना, निर्देशों का कड़ाई से पालन करना, मास्क का प्रयोग करना आदि विभिन्न पहलुओं के सहारे से इस विपदा पर विजय पाने का अथक प्रयास करके आगे बढ़ना। सभी का सहयोग से हर मुश्किल आसान बनाई जा सकती है।
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteIt was really very crucial time for everyone.Situation for work From home , using different apps , development of skills online teaching , contacted with students.
ReplyDeleteइस लोक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश की उनके किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो सके उनको शिक्षा प्रदान कि ताकि बच्चे आने वाले समय में पीछे का कार्य पूरा कर सके और जब स्कूल लगे तो मैं उन्हें कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। और इसी प्रकार लोकडाउन में अन्य किसी को जो भी छोटी छोटी ज़रूरते थी उन्हें पूरा किया।
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को धैर्य और साहस से काम लेना चाहिए। लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।जितनी हो सके एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि ऐसा किसी के साथ हो सकता है।
ReplyDeleteमेरे पास प्रवासी मजदूरों के बच्चे पढते हैं।तो लाकडाउन में उन्हें अपने परिजनों के पास पैसे भेजने में समस्या हो रही थी तो मैने online उनके पैसे भेजने में मदद की
ReplyDeleteपरिस्थितियां तो बहुत खराब थी। इसलिए हमें सभी प्रकार की परिस्थितियों से लडने का होसला भी रखना चाहिए
DeleteIt was a crucial time for everyone and faces many difficulties in corona time.
ReplyDeletejagdishkumar1663@gmail.com. करो ना कॉल में लगभग सभी विद्यार्थी अध्यापक स्कूल समाज हर तरह से प्रभावित हुए हैं विशेषकर छोटे बच्चों के पढ़ाई दो विलुप्त विलुप्त होती दिखाई दी लेकिन समय के अनुसार ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से कुछ कुछ संभावित कार्य हो गए कोविड-19 कोविड-19 के प्रभाव से कोई भी पहलू अछूता नहीं रहा अब इसे भरने के लिए पुणे पूरा प्रयास करना होगा तभी जाकर हम अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर पाएंगे आने वाले समय में हौसले से काम करना होगा और अपने सारे मूल्य लक्ष्य को प्राप्त करना होगा धन्यवाद
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteलॉकडाउन एवं महामारी के समय मैंने समुदाय से सहायता लेकर गरीब बेरोजगार लोगों की मदद की बच्चों को घर-घर जाकर होमवर्क दिया एवं चेक किया।
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteअपने अब तक के जीवन में मैंने कभी भी ऐसा समय नही देखा जब सब कुछ थम सा गया।लेकिन सरकार के प्रयास से व हमारी सावधानी रखने के नियम ने हमें इस महामारी सेअब तक बचाए रखा है।सकारात्मक विचारों का भी इसमें अहम रोल है।
ReplyDeleteMaine ghar ghar jakar bachon ko shikshan samgri tatha svayam banae hue mask vitrit kie
ReplyDeleteAgree with you
ReplyDeleteWe should help others in any way we can in this period of pandemic. With this we should maintain personal hygiene and and also encouraged others to do the same.
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
ऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
लाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteEffected sb hue h pr bchon k sath hr tarah se jude hue h
ReplyDeleteThis is the crucial time faced by everyone in world, in this we know about value of everything like time spend in home like prisoners, value of food, money and family members,how people help poors by donating ,the time faced by homeless family. But our Prime Minister motivational speeches and
ReplyDeletePresence of mind help us to cope up with this drastic conditions. Salute to our Prime Minister modi ji.
In the period of lockdown there were many problems faced by not only one but by many people .
ReplyDeleteThere were problems related to financial crisis , problem in studying, already disease affected person become more prone to death, mental and physical health of people become affected. Compiling all of these it was a tough time
I spent this time with my family and enjoy
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteIt was a very crucial time to overcome the difficult time for everyone.
ReplyDeleteलाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे तथा परिवार के साथ मिलकर इस महामारी का मुकाबला करेंगें।
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
लगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
mber 25, 2020 at 3:25 AM
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
हमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
ऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
लगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
ऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteI spent my time with my family
ReplyDeleteIt was a very crucial time to overcome the difficult time for everyone
ReplyDeleteI SAW MANY LABOURERS WHO WAITED FOR FOOD PROVIDED BY SOCIAL GROUPS. THEY STRUGGLED FOR LIFE. THEY WANTED TO GO THEIR OWN HOME, BUT THEY COULD NOT GO DUE TO COVID 19.
ReplyDeleteकोविड-19 के समय मजदूरों को बेघर होते हुए देख कर बहुत दुख हुआ। जितना हम से हो सकता था वह किया।कुछ मजदूरों को खाना खिला कर अपने कर्तव्य का पालन किया। कुछ लोगों की आर्थिक रूप से सहायता की ।अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा की ताकि स्वस्थ रह सके। सामाजिक दूरी बनाई रखी ।कार्यक्रमों में आना जाना बंद रखा।अपनो के सुख दुख में शामिल नहीं हुए ., इस बात का बहुत ही दुख है ।जैसे तैसे करके मीडिया के माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया।
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteइस लोक डाउन के दौरान मैं प्रभावित हुआ हूं मैंने लोगों के हर प्रकार मदद करने की कोशिश की
ReplyDeleteलॉकडाउन एवं महामारी के समय मैंने समुदाय से सहायता लेकर गरीब बेरोजगार लोगों की मदद की बच्चों को घर-घर जाकर होमवर्क दिया एवं चेक किया
ReplyDeleteIt was a crucial time for everyone and faces many difficulties in corona time.
ReplyDeleteMeri Gali Mein Ek majdur rahata kaam Kaam ka Band Ho Gaya to Logon Ne uski Madat ki .Jiska uska kam Chala .Ek Bhavna to roup se bahut bada Pal tha
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ReplyDeleteलाॅकडाउन में काफी लोगो को प्रभावित होते देखा है। मजदूर वर्ग के पास खाने सम्बन्धित समस्या देखी, विद्यार्थियो के पास online study के लिए computer, mobile,laptop, internet सम्बन्धित समस्या सामने आई। इस दौरान क्षमतानुसार मदद की।
लगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
लाॅकडाउन में काफी लोगो को प्रभावित होते देखा है। मजदूर वर्ग के पास खाने सम्बन्धित समस्या देखी, विद्यार्थियो के पास online study के लिए computer, mobile,laptop, internet सम्बन्धित समस्या सामने आई। इस दौरान क्षमतानुसार मदद की।
ReplyDeleteAgree with you
ReplyDeleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteAgres
ReplyDeleteऐसे समय मे सभी ने एकजुट होकर एक दूसरे की सहायता की, सभी देशवासियो ने राष्ट्रीय एकता का परिचय दिया जिससे कठिन परिस्थिति से देश उभर पाया
ReplyDeleteDuring lockdown , due to the fear and uncertainty, I felt certain behavioral changes that included sadness, irritation ,aggression , lack of sleep and tiredness. I introspected myself and took the help of some meditation and physical exercises to overcome these problems.Then I started reviving my hobbies and enthusiastically engaging myself in Online Teaching using various techniques which helped me in Learning , Developing and Improving various Skills .I also started attending
ReplyDeletethee various Online trainings which also helped me a lot in diverting my attention from COVID .
ReplyDeleteकोविड-19 के समय मजदूरों को बेघर होते हुए देख कर बहुत दुख हुआ। जितना हम से हो सकता था वह किया।कुछ मजदूरों को खाना खिला कर अपने कर्तव्य का पालन किया। कुछ लोगों की आर्थिक रूप से सहायता की ।अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा की ताकि स्वस्थ रह सके। सामाजिक दूरी बनाई रखी ।कार्यक्रमों में आना जाना बंद रखा।अपनो के सुख दुख में शामिल नहीं हुए ., इस बात का बहुत ही दुख है ।जैसे तैसे करके मीडिया के माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया।
कर बहुत दुख हुआ। जितना हम से हो सकता था वह किया।कुछ मजदूरों को खाना खिला कर अपने कर्तव्य का पालन किया। कुछ लोगों की आर्थिक रूप से सहायता की ।अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा की ताकि स्वस्थ रह सके। सामाजिक दूरी बनाई रखी ।कार्यक्रमों में आना जाना बंद रखा।अपनो के सुख दुख में शामिल नहीं हुए ., इस बात का बहुत ही दुख है ।जैसे तैसे करके मीडिया के माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया।
ReplyDeleteकोविड-19 के समय मजदूरों को बेघर होते हुए देख कर बहुत दुख हुआ। जितना हम से हो सकता था वह किया।कुछ मजदूरों को खाना खिला कर अपने कर्तव्य का पालन किया। कुछ लोगों की आर्थिक रूप से सहायता की ।अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा की ताकि स्वस्थ रह सके। सामाजिक दूरी बनाई रखी ।कार्यक्रमों में आना जाना बंद रखा।अपनो के सुख दुख में शामिल नहीं हुए ., इस बात का बहुत ही दुख है ।जैसे तैसे करके मीडिया के माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया।
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ReplyDeleteकोविड-19 के समय मजदूरों को बेघर होते हुए देख कर बहुत दुख हुआ। जितना हम से हो सकता था वह किया।कुछ मजदूरों को खाना खिला कर अपने कर्तव्य का पालन किया। कुछ लोगों की आर्थिक रूप से सहायता की ।अपने बड़े बुजुर्गों की सेवा की ताकि स्वस्थ रह सके। सामाजिक दूरी बनाई रखी ।कार्यक्रमों में आना जाना बंद रखा।अपनो के सुख दुख में शामिल नहीं हुए ., इस बात का बहुत ही दुख है ।जैसे तैसे करके मीडिया के माध्यम से बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया।
लाकडाऊन के दौरान महसूस किया कि बच्चे अपनी पढ़ाई की दिनचर्या से भटक जाएंगे और इसके दूरगामी परिणाम आएंगे जो कि चिंता का सबब है ।इसके अलावा प्रवासी मजदूरों की घर वापसी । उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने पर खुशी हुई कि इतने दिनों बाद वे भी अपने परिवार जनों से मिलेंगे
ReplyDeleteLockdown effected everone
ReplyDeleteलोक डाउन के दौरान बच्चे अपने शिक्षा से भटक गए है इसके आगे भविष्य में परिणाम आएंगे जो चिंता का विषय होगा
ReplyDeleteVery good
ReplyDeleteLockdown effected every one.
ReplyDeleteRight
Deleteलाकडाउन की अवधि में नकारात्मक और सकारात्मक अनुभव हुए। बच्चों से फोन द्वारा जुड़ कर शिक्षा को आगे बढ़ाया। समस्याएं भी आईं पर धैर्य से काम किया।
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteको रोना नहीं सभी को बुरी तरीके से प्रभावित किया यहां तक कि बच्चों को भी बच्चे स्कूल नहीं जा सके उनकी पढ़ाई बाधित होने लगी ऐसी स्थिति में ऑनलाइन शिक्षा एक रोशनी के रूप में उभर कर सामने आई लेकिन इसमें भी समस्या यह रही कि जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं था उन्हें कैसे पढ़ाया जाए ऐसी स्थिति में मैंने उन बच्चों को दूसरे बच्चों की मदद से सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए किताबें उपलब्ध कराई और होमवर्क पूरा करने के लिएकोपियां उपलब्ध कराई इस कठिन परिस्थिति में सभी देशवासियों ने एक दूसरे का सहयोग किया बिना किसी भेदभाव के
ReplyDeleteमानव सेवा ही bhagwan की सेवा है
ReplyDeleteSometime low but most of the time productive and explored myself
ReplyDeleteऐसे समय में लोगों को धैर्य और साहस से काम लेना चाहिए। लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए।जितनी हो सके एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि ऐसा किसी के साथ हो सकता है।
ReplyDeleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
By focusing on my family and students
ReplyDeleteI spent this time with my family and enjoyed.
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी |
ReplyDeleteकोरोना महामारी के दौरान लोगों में निराशा और नकारात्मक विचार आ गए थे। ऐसे में परिवार के साथ बिताए गए समय ने ऐसे नकारात्मक विचारों से निकलने में सहायता की।
ReplyDeleteलोक डाउन के दौरान हमें डर लग रहा था कि यह वायरस कब जाएगा
ReplyDeleteमहामारी/तालाबंदी अपने साथ नकारात्मक विचार/भाव लाती है। ऐसे समय में लोगों को ध और साहस से काम लेना चाहिए। ऐसे समय में लोगों को अपनी सबसे अच्छी घटनाओं को याद करना चाहिए और नकारात्मक भावों को दूर करना चाहिए। संगीत आदि मनोरंजक किरियाओ से तनाव को दूर करना चाहिए।
ReplyDeleteObviously it's a tough time which make everyone connected .It effect effects everyone specially labourers n migrant families.
ReplyDeleteAgree with you
ReplyDeleteThis lockdown helped us connect with our loved ones.
ReplyDeleteइस लॉक डाउन की अवधि में हमें काफी लोगों को प्रभावित होते देखा और मैंने कोशिश करें कि उनकी किस प्रकार मदद कर सकूं मैंने बच्चों को घर-घर जाकर जितना हो उनको शिक्षा प्रदान की एवं विभिन्न संस्थाओं में भाग लेकर जो इस महामारी से प्रभावित थे उनकी जितनी मदद हो सके करी
ReplyDeleteलोकडाउन में हमने छात्रो को ओन लाइन शिक्षा दी
ReplyDeletePublished
ReplyDeleteVery good
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