स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
केवल कुछ मानसिक रूप से बीमार लोग ही ऐसा करतें है। बालकों में सही गलत की पहचान ना होना, डर, दबाव और इस विषय पर बच्चों के साथ बात करने में संकोच ये सब भी इसके बड़े कारण है।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
बच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
Bachho ko achhe bure ki jankari nahi hoti jagruta ki bhi kami h unko pta hi nahi hota unke sath kya hone wala h ath hme bachho ko unke sath good or bad touch ke baare me jakari deni chahiye taki unka shosan hone se bacha ja sake
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
It happens due to lack of awareness among the children. Indifferent staff is also responsible for this exploitation/absorption.The children must be acquainted with all the sides of obsession.
इस विषय पर खुल कर बात करने की जरूरत है परिवार में भी और स्कूल में भी। जागरूक अभिभावक ही जागरूक कर बच्चों में सही गलत के बारे में बता व समझा सकता है और शिक्षण व शिक्षा के माध्यम से और जागरूकता व सावधानी बरती जा सकती है ।
स्कूलों में बाल शोषण बच्चों में इसके प्रति जागरूकता में कमी के कारण होता है। कई बार बच्चे शक्तिशाली सहपाठी के दबाव में आ जाते हैं। कुछ संकोची बच्चे आपने समस्या शिक्षकों तक ठीक से नहीं कह पाते। बातों को यह पता ही नहीं है कि उनके साथ किया जाने वाला व्यवहार बाल शोषण है।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
Patents must be quite aware about the vulnerability of their wards to such kind of ugly behaviour.Children should be taken into confidence to reveal such things,so that wrongdoers are taken to task.
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
आज के दौर में सम्मानीय शिक्षा के साथ व्यवसायिक शिक्षा का एकीकरण एक बहुत ही अच्छा एवं दूरगामी परिणामों वाला कार्य है इससे बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं और समय आने पर आजीविका अच्छे से चला सकते हैं और देश की उन्नति में अच्छी भागीदारी निभा सकते हैं इस एकीकरण से बच्चे ना केवल शिक्षा प्राप्त करते हैं बल्कि किसी भी व्यवसाय मैं महारत हासिल कर सकते हैं
छोटे बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं।उन्हें नहीं पता होता के उनके साथ क्या हो रहा है।वे अपनी बात को किसी के आगे शेयर नहीं करते।उन्हें डर रहता है कि कहीं वे मम्मी पापा को कुछ बताएंगे तो उन्हे ही मार पड़ेगी।इसलिए छोटे बच्चों का ज्यादा शोषण होता है।
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
इस विषय पर खुल कर बात करने की जरूरत है परिवार में भी और स्कूल में भी। जागरूक अभिभावक ही जागरूक कर बच्चों में सही गलत के बारे में बता व समझा सकता है और शिक्षण व शिक्षा के माध्यम से और जागरूकता व सावधानी बरती जा सकती है ।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
स्कूलों में बाल शोषण बच्चों में इसके प्रति जागरूकता में कमी के कारण होता है। कई बार बच्चे शक्तिशाली सहपाठी के दबाव में आ जाते हैं। कुछ संकोची बच्चे आपने समस्या शिक्षकों तक ठीक से नहीं कह पाते। बातों को यह पता ही नहीं है कि उनके साथ किया जाने वाला व्यवहार बाल शोषण है।
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
यह विद्यालय मुखिया व स्कूल स्टाफ की सांझी जिम्मेदारी हैं कि इस बारे में बच्चों से प्रेमपूर्वक सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत करे ताकि अगर कहीं कुछ गलत हो रहा हो तो उसको दूर किया जा सके व बच्चे इस बारे में पुर्णतः जागरूक होने चाहिए।
स्कूल मे बाल शोषण एक गम्भीर समस्या है। इसे जागरूक ही जागरूकता से समाधान कर सकता है। बच्चो को समय-समय पर उनके अधिकार से अवगत कराना चाहिए। सही गलत का एहसास कराना चाहिए।
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
Ball soshan ek bahut hi serious problems h.Is ke baare me hame samay samay par good tooch,bad touch ke baare me bacho ko lagatar batate rahna chahiye.Recess time me kisi employee ki kamro ki daily checking me duty lagai jaye.Bacho ke behavior ko note kare.Parents ko bi good touch bad touch ke bare me bataye.lagatar parents se sampark banaye aur bacho ke ghar ke kiryakalapo ke baare me discuss kare.School head ke committee banaye jisme most reliable staff members ho.Bacho ko pura confidence me liya jaye taki wo apni problems nisankoch bata sake.
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them
बच्चों को सही और ग़लत की पहचान नहीं होती। अज्ञानता के कारण वे शोषण का शिकार होते हैं। इस विषय पर बच्चों से बात चीत करनी चाहिए। उन्हें good touch and bad touch के बारे में जानकारी देनी चाहिए। सरकार द्वारा बच्चों की सुरक्षा के लिए जो कानून बनाए गए हैं उनकी जानकारी बच्चों को देनी चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
इस उम्र मेंं बच्चों में समझ की कमी होती है।इसहै।इसी बात का अक्सर लोग फायदा ऊठा लेते हैं।हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए।अगर उनके साथ गलत हो रहा है तो वे अपनी बात शिक्षक और माता पिता को बतानी चाहिए।
बच्चों को अच्छे व बुरे स्पर्श का ज्ञान नहीं होता है।कभी कभी जानते हुए भी बच्चे शिक्षक व अभिभावकों से भी डर के मारे नहीं कह पाता है। अतः हमें अपने बच्चों के साथ बिना संकोच के बातचीत करते रहना चाहिए।तथा उन्हें निर्भिक वातावरण में जागरुक करना चाहिए।
Manjeeta KarwasraDecember 25, 2020 at 3:19 AM हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। अतः हमें अपने बच्चों के साथ बिना संकोच के बातचीत करते रहना चाहिए।
बच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
It happens due to lack of awareness among the children. Indifferent staff is also responsible for this exploitation/absorption.The children must be acquainted with all the sides of obsession.
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
बच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए ।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
बाल शोषणः भारत 2007 पर में कराये गये अध्ययन से पता चला कि विभिन्न प्रकार के शोषण में पांच से 12 वर्ष तक की उम्र के छोटे बच्चे शोषण और दुर्व्यवहार के सबसे अधिक शिकार होते हैं तथा इन पर खतरा भी सबसे अधिक होता है। इन शोषणों में शारीरिक, यौन और भावनात्मक शोषण शामिल होता है। बाल उपेक्षाः पर्याप्त भोजन, आश्रय, स्नेह, माहौल, शिक्षा या चिकित्सा देखभाल न मिलना।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। ताकि बाल शोषण को कम किया जा सके।
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
हमें उन छात्रों को समय-समय पर मदद करनी चाहिए और हमारी सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में उनको अवगत कराना चाहिए जिससे वह इस महामारी से आर्थिक और मानसिक रूप से प्रभावित ना हो सके
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
बच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण बच्चों में इसके प्रति जागरूकता में कमी के कारण होता है। कई बार बच्चे शक्तिशाली सहपाठी के दबाव में आ जाते हैं। कुछ संकोची बच्चे आपने समस्या शिक्षकों तक ठीक से नहीं कह पाते। बातों को यह पता ही नहीं है कि उनके साथ किया जाने वाला व्यवहार बाल शोषण है।
बच्चे अच्छे और बुरे की पहचान नहीं कर पाते, दूसरा वे भय और शर्म की वजह से ऐसी बातें बताने में हिचकीचाते हैं । इसके लिए हमें उन को जागरूक करना होगा उन्हें अच्छे और बुरे की पहचान करने सिखानी चाहिए. जैसे गुड टच बैड टच आदि आदि। एक शिक्षक बच्चों का हितधारक होने के नाते उनके अच्छे भविष्य के लिए हमें उन को जागरूक करना होगा और उनको अच्छे बुरे की पहचान करना और यदि कोई गलत व्यवहार होता है तो उसके बारे में निसंकोच होकर समय पर बताना आदि के बारे में हमें बच्चों को जागरूक करना होगा पहचान करनी करना चाहिए इसके लिए हमें उन के मन से भय और शारीरिक शोषण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करनी होगी।एक शिक्षक बच्चों का हितधारक होने के नाते उनके अच्छे भविष्य के लिए हमें उन को जागरूक करना होगा और उनको अच्छे बुरे की पहचान करना और यदि कोई गलत व्यवहार होता है तो उसके बारे में निसंकोच होकर समय पर बताना आदि के बारे में हमें बच्चों को जागरूक करना होगा।
बाल शोषण के निदान हेतु शिक्षकों के साथ साथ माता पिता व अभिभावकों का भी जागरुक होना जरूरी है। कक्षा में प्रतिदिन एक period नैतिक शिक्षा का जरुरी होना चाहिए
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
बच्चों को शारीरिक या मानसिक रूप से शोषित करना बाल शोषण है हमें बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में बता देना चाहिए ताकि बच्चे सचेत रहें और सावधान रहें
स्कूलो मे बाल शोषण एक गम्भीर समस्या है । इस का निवारण जागरूकता द्वारा ही किया जा सकता है। हमे अपने बच्चो को उनकेअधिकार के बारे मे बताना चाहिऐ और उन्हे सही स्पर्श (good touch)और गलत स्पर्श ( bad touch) के बारे मे समझाना चाहिऐ ।
We can teach students about this and keep them aware so that they can take the action at the time of requirement and this will try to stop this problem
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।
The Innocence and Unawareness of the Children is taken advantage of . Indifferent Attitude of the School Staff is also responsible for this . This can be stopped by making the students aware adequately and address ing , their querries and complaints , sympathetically and patiently .
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। ताकि बाल शोषण को कम किया जा सके।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
केवल कुछ मानसिक रूप से बीमार लोग ही ऐसा करतें है। बालकों में सही गलत की पहचान ना होना, डर, दबाव और इस विषय पर बच्चों के साथ बात करने में संकोच ये सब भी इसके बड़े कारण है।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
It so happens due to the carelessness of teachers as well the parents. It is the duty of the teachers as well as parents to aware the children about good and bad touch.
छात्रों को अपने आधिकारों की जानकारी न होना, घृणित व कुण्ठित मानसिकता, अध्यापक, मां-बाप, समाज में प्यार व अपनत्व की भावना की कमी होना।कानून का कड़ाई से पालन न होना।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका निवारण सिर्फ जागरूकता जैसे नाटक मंचन दवारा किया जा सकता है हमें अपने बच्चों को सही और गलत कि पहचान करना सिखाया जाना चाहिए
बाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका निवारण सिर्फ जागरूकता जैसे नाटक मंचन दवारा किया जा सकता है हमें अपने बच्चों को सही और गलत कि पहचान करना सिखाया जाना चाहिए
Bachho ko achhe bure ki jankari nahi hoti jagruta ki bhi kami h unko pta hi nahi hota unke sath kya hone wala h ath hme bachho ko unke sath good or bad touch ke baare me jakari deni chahiye taki unka shosan hone se bacha ja sake
हमारी प्रतिदिन की दिनचर्या में व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों की क्या भूमिका है? क्या यह अधिगम में सहायक हैं? शिक्षक व्यक्तिगत-सामाजिक गुणों को बढ़ाने में भूमिका निभाते हैं? एक पल को रुकें एवं चिंतन करें। दिए गए चरणों का पालन करके ब्लॉग पर अपनी समझ साझा करें-
मॉड्यूल 5 गतिविधि 3: सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण , अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है ? सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण , अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है ? चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
मॉड्यूल 6 गतिविधि 6: प्रतिबिंब बताएँ कि कैसे कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को आपके विषयों के सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
DeleteYes
Deleteschool mein Bal shoshan Kuchh mastik pidit adhyapakon ki vajah se hota hai.
DeleteDue to bad thinking
Deleteकेवल कुछ मानसिक रूप से बीमार लोग ही ऐसा करतें है। बालकों में सही गलत की पहचान ना होना, डर, दबाव और इस विषय पर बच्चों के साथ बात करने में संकोच ये सब भी इसके बड़े कारण है।
Deleteसही कहा जी।
Deleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteसहमत
DeleteYes
Deleteबच्चो को good touch, bad touch के विषय मे बताना
DeleteIt is a major problem.children should be aware towards all these things.
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteRight
DeleteIt is a major problem.children should be aware towards all these things.
ReplyDeleteExploitation only happens when people with bed intent .It is a major problem awareness is most important thing in students
Deleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
Deleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteExploitation only happens when people with bad intent target weak links in society like kids etc.
ReplyDeleteRight
Deleteबच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
ReplyDeleteChildren should be aware towards all these things and parents must be careful
ReplyDeleteChildren should be aware towards all these things and parents must be careful
DeleteBachho ko achhe bure ki jankari nahi hoti jagruta ki bhi kami h unko pta hi nahi hota unke sath kya hone wala h ath hme bachho ko unke sath good or bad touch ke baare me jakari deni chahiye taki
ReplyDeleteunka shosan hone se bacha ja sake
Children sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
ReplyDeleteChildren sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
DeleteREPLY
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteIt happens due to lack of awareness among the children. Indifferent staff is also responsible for this exploitation/absorption.The children must be acquainted with all the sides of obsession.
ReplyDeleteइस विषय पर खुल कर बात करने की जरूरत है परिवार में भी और स्कूल में भी। जागरूक अभिभावक ही जागरूक
ReplyDeleteकर बच्चों में सही गलत के बारे में बता व समझा सकता है और शिक्षण व शिक्षा के माध्यम से और जागरूकता व सावधानी बरती जा सकती है ।
हमे अपने बच्चों को अच्छे स्पर्श बुरे स्पर्श की जानकारी के साथ सही गलत के बारे मे भी बताना होगा
ReplyDeleteChildren should be awareness to all these things
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण बच्चों में इसके प्रति जागरूकता में कमी के कारण होता है। कई बार बच्चे शक्तिशाली सहपाठी के दबाव में आ जाते हैं। कुछ संकोची बच्चे आपने समस्या शिक्षकों तक ठीक से नहीं कह पाते। बातों को यह पता ही नहीं है कि उनके साथ किया जाने वाला व्यवहार बाल शोषण है।
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteYes
Deleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeletePatents must be quite aware about the vulnerability of their wards to such kind of ugly behaviour.Children should be taken into confidence to reveal such things,so that wrongdoers are taken to task.
ReplyDeleteYes
Deleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteIt is a major problem.children should be aware towards all these things.
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteजागरूकता के अभाव में ऐसा होता है।बच्चों को यौन शिक्षा देकर इस से बचा जा सकता है।
ReplyDeleteजागरूकता के माध्यम से बाल शोषण से बचा जा सकता हैं।
ReplyDeleteआज के दौर में सम्मानीय शिक्षा के साथ व्यवसायिक शिक्षा का एकीकरण
ReplyDeleteएक बहुत ही अच्छा एवं दूरगामी परिणामों वाला कार्य है इससे बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं और समय आने पर आजीविका अच्छे से चला सकते हैं और देश की उन्नति में अच्छी भागीदारी निभा सकते हैं इस एकीकरण से बच्चे ना केवल शिक्षा प्राप्त करते हैं बल्कि किसी भी व्यवसाय मैं महारत हासिल कर सकते हैं
बच्चो क़ो शोषण क़े बारे जागरूक करना चाहिए
ReplyDeleteछोटे बच्चे कच्ची मिट्टी के समान होते हैं।उन्हें नहीं पता होता के उनके साथ क्या हो रहा है।वे अपनी बात को किसी के आगे शेयर नहीं करते।उन्हें डर रहता है कि कहीं वे मम्मी पापा को कुछ बताएंगे तो उन्हे ही मार पड़ेगी।इसलिए छोटे बच्चों का ज्यादा शोषण होता है।
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteइस विषय पर खुल कर बात करने की जरूरत है परिवार में भी और स्कूल में भी। जागरूक अभिभावक ही जागरूक
ReplyDeleteकर बच्चों में सही गलत के बारे में बता व समझा सकता है और शिक्षण व शिक्षा के माध्यम से और जागरूकता व सावधानी बरती जा सकती है ।
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण बच्चों में इसके प्रति जागरूकता में कमी के कारण होता है। कई बार बच्चे शक्तिशाली सहपाठी के दबाव में आ जाते हैं। कुछ संकोची बच्चे आपने समस्या शिक्षकों तक ठीक से नहीं कह पाते। बातों को यह पता ही नहीं है कि उनके साथ किया जाने वाला व्यवहार बाल शोषण है।
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteStrict punishment not follows for accused.
ReplyDeleteIt is a major problem children should aware good or bad touch
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteयह विद्यालय मुखिया व स्कूल स्टाफ की सांझी जिम्मेदारी हैं कि इस बारे में बच्चों से प्रेमपूर्वक सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत करे ताकि अगर कहीं कुछ गलत हो रहा हो तो उसको दूर किया जा सके व बच्चे इस बारे में पुर्णतः जागरूक होने चाहिए।
ReplyDeleteस्कूल मे बाल शोषण एक गम्भीर समस्या है। इसे जागरूक ही जागरूकता से समाधान कर सकता है। बच्चो को समय-समय पर उनके अधिकार से अवगत कराना चाहिए। सही गलत का एहसास कराना चाहिए।
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteहमें बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteIt is a major problem.Children should be aware towards all these things.
ReplyDeleteIt is a major problem so children should aware good or bad touch
ReplyDeleteकर बच्चों में सही गलत के बारे में बता व समझा सकता है और शिक्षण व शिक्षा के माध्यम से और जागरूकता व सावधानी बरती जा सकती है ।
ReplyDeleteBall soshan ek bahut hi serious problems h.Is ke baare me hame samay samay par good tooch,bad touch ke baare me bacho ko lagatar batate rahna chahiye.Recess time me kisi employee ki kamro ki daily checking me duty lagai jaye.Bacho ke behavior ko note kare.Parents ko bi good touch bad touch ke bare me bataye.lagatar parents se sampark banaye aur bacho ke ghar ke kiryakalapo ke baare me discuss kare.School head ke committee banaye jisme most reliable staff members ho.Bacho ko pura confidence me liya jaye taki wo apni problems nisankoch bata sake.
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteChildren sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them
ReplyDeleteIt is a major problem so children should aware good or bad touch
ReplyDeleteChildren sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them
ReplyDeleteChildren should aware about good touch and bad touch
ReplyDeleteबच्चों को सही और ग़लत की पहचान नहीं होती। अज्ञानता के कारण वे शोषण का शिकार होते हैं। इस विषय पर बच्चों से बात चीत करनी चाहिए। उन्हें good touch and bad touch के बारे में जानकारी देनी चाहिए। सरकार द्वारा बच्चों की सुरक्षा के लिए जो कानून बनाए गए हैं उनकी जानकारी बच्चों को देनी चाहिए।
ReplyDeleteChildren should aware about good touch and bad touch.
ReplyDeleteChildren should aware about good touch and bad touch.
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteइस उम्र मेंं बच्चों में समझ की कमी होती है।इसहै।इसी बात का अक्सर लोग फायदा ऊठा लेते हैं।हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए।अगर उनके साथ गलत हो रहा है तो वे अपनी बात शिक्षक और माता पिता को बतानी चाहिए।
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteIt is one of the major problem in schools. Students should be made aware of this.
ReplyDeleteIt takes place due to flexibility in acts and lack of knowledge
ReplyDeleteबच्चों को अच्छे व बुरे स्पर्श का ज्ञान नहीं होता है।कभी कभी जानते हुए भी बच्चे शिक्षक व अभिभावकों से भी डर के मारे नहीं कह पाता है। अतः हमें अपने बच्चों के साथ बिना संकोच के बातचीत करते रहना चाहिए।तथा उन्हें निर्भिक वातावरण में जागरुक करना चाहिए।
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteManjeeta KarwasraDecember 25, 2020 at 3:19 AM
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। अतः हमें अपने बच्चों के साथ बिना संकोच के बातचीत करते रहना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteIt happens due to lack of awareness among the children. Indifferent staff is also responsible for this exploitation/absorption.The children must be acquainted with all the sides of obsession.
ReplyDeleteRight
Deleteलगभग सभी प्रभावित हुए है ।
ReplyDeleteहमें सबको एकदुसरे के साथ
भावनात्मक रुप से जुड़कर
मदद करनी चाहिए ।
हमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों को सही व गलत की पहचान नही होती व अपने अधिकारों की जानकारी के अभाव में
ReplyDeleteबाल यौन शोषण एक गंभीर समस्या है जन मानस को इस बारे में जागरूक होना चाहिए
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteStudent's should be awared about this.
ReplyDeleteबच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
ReplyDeleteIt is a major problem. Children should be aware towards them.
ReplyDeleteबाल शोषण का मुख्य कारण बच्चों व अध्यापको में जागरूकता का अभाव।
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए ।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteबाल शोषणः भारत 2007 पर में कराये गये अध्ययन से पता चला कि विभिन्न प्रकार के शोषण में पांच से 12 वर्ष तक की उम्र के छोटे बच्चे शोषण और दुर्व्यवहार के सबसे अधिक शिकार होते हैं तथा इन पर खतरा भी सबसे अधिक होता है। इन शोषणों में शारीरिक, यौन और भावनात्मक शोषण शामिल होता है। बाल उपेक्षाः पर्याप्त भोजन, आश्रय, स्नेह, माहौल, शिक्षा या चिकित्सा देखभाल न मिलना।
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। ताकि बाल शोषण को कम किया जा सके।
ReplyDeleteबच्चों में अच्छे बुरे की समझ कम होती है और good touch and bad touch की जानकारी काभी अभाव होता है
ReplyDeleteChildren sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें उन छात्रों को समय-समय पर मदद करनी चाहिए और हमारी सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में उनको अवगत कराना चाहिए जिससे वह इस महामारी से आर्थिक और मानसिक रूप से प्रभावित ना हो सके
ReplyDeleteChildren sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
ReplyDeleteबच्चों को शोषण के बारे में जागरूक करना चाहिए
ReplyDeleteAgree with you
ReplyDeleteस्कूलों में बालशोषण होने का मुख्य कारण है उन्हें गुड टच व बेड टच के बारे मेंं पता न होना।
ReplyDeleteबच्चों को अच्छे या बुरे स्पर्श की समझ नहीं होती
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए।
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteNarrow thought k karn
ReplyDeleteChildren should be awareness to all these things
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना
ReplyDeletecember 25, 2020 at 3:19 AM
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
स्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteYes
Deleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों को सही और गलत,अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए। अपने अधिकारों के बारे परिचित कराना चाहिए।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeletestudents &parents should be aware
ReplyDeleteIt takes place due to lack of knowledge
ReplyDeleteDUE TO LACK OF KNOWLEDGE
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteस्कूली बाल शोषण के बडीबसमस्या हैस्कूल में हमें बच्चों को भयमुक्त वातावरण प्रदान करना चाहिए ताकि बच्चे अपनी समस्या के बारे में खुलकर बता सकें
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDelete
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण बच्चों में इसके प्रति जागरूकता में कमी के कारण होता है। कई बार बच्चे शक्तिशाली सहपाठी के दबाव में आ जाते हैं। कुछ संकोची बच्चे आपने समस्या शिक्षकों तक ठीक से नहीं कह पाते। बातों को यह पता ही नहीं है कि उनके साथ किया जाने वाला व्यवहार बाल शोषण है।
Yes
ReplyDeleteबच्चे अच्छे और बुरे की पहचान नहीं कर पाते, दूसरा वे भय और शर्म की वजह से ऐसी बातें बताने में हिचकीचाते हैं ।
ReplyDeleteइसके लिए हमें उन को जागरूक करना होगा उन्हें अच्छे और बुरे की पहचान करने सिखानी चाहिए. जैसे गुड टच बैड टच आदि आदि। एक शिक्षक बच्चों का हितधारक होने के नाते उनके अच्छे भविष्य के लिए हमें उन को जागरूक करना होगा और उनको अच्छे बुरे की पहचान करना और यदि कोई गलत व्यवहार होता है तो उसके बारे में निसंकोच होकर समय पर बताना आदि के बारे में हमें बच्चों को जागरूक करना होगा पहचान करनी करना चाहिए इसके लिए हमें उन के मन से भय और शारीरिक शोषण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करनी होगी।एक शिक्षक बच्चों का हितधारक होने के नाते उनके अच्छे भविष्य के लिए हमें उन को जागरूक करना होगा और उनको अच्छे बुरे की पहचान करना और यदि कोई गलत व्यवहार होता है तो उसके बारे में निसंकोच होकर समय पर बताना आदि के बारे में हमें बच्चों को जागरूक करना होगा।
बाल शोषण के निदान हेतु शिक्षकों के साथ साथ माता पिता व अभिभावकों का भी जागरुक होना जरूरी है। कक्षा में प्रतिदिन एक period नैतिक शिक्षा का जरुरी होना चाहिए
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteChildren sometimes can't recognize what is right and wrong and hence become victims. They should be made aware about their rights and proper guidance should be provided to them.
ReplyDelete
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
Student or parents should be aware
ReplyDeleteजागरूकता की कमी
ReplyDeleteबच्चों को शारीरिक या मानसिक रूप से शोषित करना बाल शोषण है हमें बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में बता देना चाहिए ताकि बच्चे सचेत रहें और सावधान रहें
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteAgree
ReplyDeleteस्कूलो मे बाल शोषण एक गम्भीर समस्या है । इस का निवारण जागरूकता द्वारा ही किया जा सकता है। हमे अपने बच्चो को उनकेअधिकार के बारे मे बताना चाहिऐ और उन्हे सही स्पर्श (good touch)और गलत स्पर्श ( bad touch) के बारे मे समझाना चाहिऐ ।
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteअक्सर शिक्षकों की लापरवाही के कारण|
ReplyDeleteLack of awareness
ReplyDeleteWe can teach students about this and keep them aware so that they can take the action at the time of requirement and this will try to stop this problem
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteDue to faults of society
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteहमें बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना चाहिए ताकि वे सही व गलत का आकलन करने में सक्षम हो।
ReplyDeleteहमें बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना चाहिए ताकि वे सही व गलत का आकलन करने में सक्षम हो।
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।
ReplyDeleteThe Innocence and Unawareness of the Children is taken advantage of . Indifferent Attitude of the School Staff is also responsible for this . This can be stopped by making the students aware adequately and address ing , their querries and complaints , sympathetically and patiently .
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। ताकि बाल शोषण को कम किया जा सके।
ReplyDeleteDue to faults of society .
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका इसका निवारण सिर्फ जागरूक जागरूकता से ही हो सकता है हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमे अपने बच्चों को अच्छे स्पर्श बुरे स्पर्श की जानकारी के साथ सही गलत के बारे मे भी बताना होगा
ReplyDeleteChildren should be aware towards all these things and parents must be careful
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteहमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए|
ReplyDeleteस्कूलों में बाल योन शोषण एक गंभीर समस्या है इसके लिए छात्रों को जागरूक करना चाहिए
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteकेवल कुछ मानसिक रूप से बीमार लोग ही ऐसा करतें है। बालकों में सही गलत की पहचान ना होना, डर, दबाव और इस विषय पर बच्चों के साथ बात करने में संकोच ये सब भी इसके बड़े कारण है।
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए ।।
ReplyDeleteकुछ मानसिक बीमार लोग ही ऐसा कर सकते हैं | हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा
ReplyDeleteIt so happens due to the carelessness of teachers as well the parents. It is the duty of the teachers as well as parents to aware the children about good and bad touch.
ReplyDeleteStudents and parents should be aware
ReplyDeleteछात्रों को अपने आधिकारों की जानकारी न होना, घृणित व कुण्ठित मानसिकता, अध्यापक, मां-बाप, समाज में प्यार व अपनत्व की भावना की कमी होना।कानून का कड़ाई से पालन न होना।
ReplyDelete
ReplyDeleteहमें बच्चों को सही और गलत की समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए। अच्छे स्पर्श (Good Touch) और बुरे स्पर्श (Bad Touch) के बारे में बच्चों को सही जानकारी होनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों से भी परिचित करवाना चाहिए
हमें अपने बच्चों को उनके अधिकार के बारे में बताना चाहिए और उन्हें सही और गलत कि समय पर पहचान करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteschool mein Bal shoshan Kuchh mastik pidit adhyapakon ki vajah se hota hai.
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका निवारण सिर्फ जागरूकता जैसे नाटक मंचन दवारा किया जा सकता है हमें अपने बच्चों को सही और गलत कि पहचान करना सिखाया जाना चाहिए
ReplyDeleteकेवल कुछ मानसिक रूप से बीमार लोग ही ऐसा करतें है।
ReplyDeleteबाल अवस्था में बच्चों को अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होती। जाने अनजाने में बच्चों का शोषण किया जाता है। बच्चों व उनके अभिभावकों को इस बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteस्कूलों में यह एक गंभीर समस्या है ।हमें सावधान और सतर्क रह कर इसका समाधान करना होगा ।
ReplyDeleteस्कूलों में बाल शोषण एक गंभीर समस्या है और इसका निवारण सिर्फ जागरूकता जैसे नाटक मंचन दवारा किया जा सकता है हमें अपने बच्चों को सही और गलत कि पहचान करना सिखाया जाना चाहिए
ReplyDeleteBachho ko achhe bure ki jankari nahi hoti jagruta ki bhi kami h unko pta hi nahi hota unke sath kya hone wala h ath hme bachho ko unke sath good or bad touch ke baare me jakari deni chahiye taki
ReplyDeleteunka shosan hone se bacha ja sake